इस साल पहाड़ी आलू का स्वाद लेने का मौका कम मिलेगा। पहाड़ में आलू की पैदावार कम होने से इसका असर अभी से इसके दामों पर नजर आने लगा है। इसके अलावा पहाड़ में टमाटर की फसल खत्म होते ही दाम फिर 50 रुपये पार कर गए हैं। प्याज के दामों में भी उछाल दर्ज किया गया है। मंडी समिति से मिली जानकारी के मुताबिक, पहाड़ में इस बार आलू की पैदावार कम हुई है। जिसकी वजह से सीजन की शुरुआत से इसकी आवक कम हो गई है। मंडी की रिटेल शॉप पर पहाड़ी आलू के दाम 25 से 30 रुपये प्रति किलो पहुंच गए हैं। इसी तरह, पहाड़ में टमाटर की फसल खत्म होने का असर टमाटर के दामों पर नजर आने लगा है। राजधानी में टमाटर 50-60 रुपये किलो तक बिक रहे हैं। प्याज की आवक बरसात के चलते कम हो गई है। मंडी निरीक्षक अजय डबराल ने बताया कि जहां आमतौर पर प्याज की प्रतिदिन आठ से दस गाड़ियां आती थीं, वहीं अब तीन-चार गाड़ियां आ रही हैं। व्यापारी भी बरसात की वजह से माल नहीं मंगा रहे हैं। इससे प्याज 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। पहाड़ के आलू की हर साल प्रतिदिन 15-20 गाड़ियां दून मंडी आती थीं। इस साल पैदावार कम होने से बमुश्किल चार-पांच गाड़ियां पहुंच रही हैं। अभी तक मंडी में इंदौर और राजस्थान की प्याज आ रही है। सितंबर-अक्तूबर में नासिक से प्याज की आवक शुरू हो जाती है। मंडी समिति के मुताबिक, नासिक से प्याज आने के बाद ही दामों में गिरावट आएगी।
महंगाईः पहाड़ी आलू की पैदावार कम होने से इसके दामों पर नजर आने लगा असर, टमाटर की फसल खत्म होते ही दाम 50 रुपये पार
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