कुआलालंपुर: मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक के खिलाफ भ्रष्टाचार के दूसरे मामले की सुनवाई सोमवार को एक सप्ताह के लिए टाल दी गई ताकि भ्रष्टाचार के पहले मामले की सुनवाई पूरी हो सके। रजाक पर भ्रष्टाचार का दूसरा मामला सरकारी निवेश कोष ‘1एमडीबी’ से अरबों डालर की हेराफेरी का है। इस कोष की स्थापना अर्थव्यवस्था को तेजी देने के लिए किया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें भ्रष्टाचार, पद के दुरूपयोग और धन शोधन के कुल 42 आरोप हैं।
बहरहाल, उन्होंने इन अरोपों से इनकार किया है और प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद की नयी सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया है। मुख्य अभियोजक गोपाल श्री राम ने न्यायाधीश को बताया कि रजाक के पहले मामले के अंतिम गवाह की गवाही अभी बाकी है और उसकी गवाही के बाद इस सप्ताह यह मामला समाप्त हो सकता है। वकील की दलील के बाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कोलिन लॉरेंस दूसरे मामले की सुनवाई 26 अगस्त तक स्थगित करने के लिए सहमत हो गए। पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार का पहला मामला अप्रैल में शुरू हुआ था। इस कोष की स्थापना अर्थव्यवस्था को तेजी देने के लिए किया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें भ्रष्टाचार, पद के दुरूपयोग और धन शोधन के कुल 42 आरोप हैं। बहरहाल, उन्होंने इन अरोपों से इनकार किया है और प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद की नयी सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया है। मुख्य अभियोजक गोपाल श्री राम ने न्यायाधीश को बताया कि रजाक के पहले मामले के अंतिम गवाह की गवाही अभी बाकी है और उसकी गवाही के बाद इस सप्ताह यह मामला समाप्त हो सकता है।