अशाेक यादव, लखनऊ। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया कि वह राज्य में पूर्ववत कार्यक्रम के अनुसार चुनाव संपन्न कराने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करे।
ममता बनर्जी ने जोर देते हुए कहा कि राज्य में आखिरी तीन चरणों का मतदान एक बार में या दो दिन में कराने से कोविड-19 का प्रकोप एक हद तक कम हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने बाकी चरणों के चुनाव एक बार में नहीं कराने का फैसला भाजपा के कहने पर किया होगा। उन्होंने उत्तरी दिनाजपुर के चकुलिया में एक रैली में कहा कि आयोग को सार्वजनिक स्वास्थ्य को तरजीह देनी चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”मैं हाथ जोड़कर निर्वाचन आयोग से अनुरोध करती हूं कि अगले तीन चरणों का मतदान एक दिन में कराएं। अगर एक दिन में नहीं हो सकता तो दो दिन में करा लें और एक दिन बचा लें।” उन्होंने कहा, ”आप भाजपा के कहने पर अपना फैसला मत लीजिए। कृपया चुनाव का कार्यक्रम कम करके जनता के स्वास्थ्य को बचाइए। भले एक ही दिन बच जाए।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह और उनकी पार्टी का कोई नेता घने इलाकों में कोई रैली नहीं करेंगे। ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार पर पिछले छह महीने में पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप भी लगाया। भाजपा को ‘दंगाइयों और जंग भड़काने वालों’ की पार्टी बताते हुए ममता बनर्जी ने रैली में उपस्थित लोगों से कहा, ”उन्हें (भाजपा नेताओं को) बंगाल को गुजरात नहीं बनाने दें।”