दिल्ली: आप ने पंजाब के बाद हरियाणा में भी गठबंधन के लिए कांग्रेस की ना के बाद सिर्फ़ दिल्ली में गठबंधन की संभावना से इनकार कर दिया है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आप नेता मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा, “कांग्रेस ने कल रात हरियाणा में भी आप के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया है, ऐसे में सिर्फ़ दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन के लिए आप तैयार नहीं है.” सिसोदिया ने कहा कि आप ने गठबंधन की पहल सिर्फ़ देश को ‘मोदी-शाह’ की जोड़ी को फिर से सत्ता में आने से रोकने के लिये की थी, लेकिन कांग्रेस सीटों के गणित में लगी है. उसका मक़सद मोदी-शाह की जोड़ी के ख़तरे से देश को बचाना नहीं है. उन्होंने हालांकि अभी भी गठबंधन की बातचीत पर पूर्णविराम लगने के सवाल पर कहा, “हमने अपनी तरफ़ से हर सम्भव प्रयास कर लिया है. अब कांग्रेस के ऊपर है कि वह क्या करती है.
मुझे नहीं लगता है कि कांग्रेस भाजपा को रोकने के लिए संजीदा है.” इस दौरान गठबंधन के लिए बातचीत कर रहे आप के राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ने कहा, “कल कांग्रेस ने पंजाब और हरियाणा में गठबंधन का अध्याय बंद कर दिया है. हमें नहीं समझ आ रहा है कि कांग्रेस, मोदी-शाह की जोड़ी को सत्ता में आने की संभावना को ज़िंदा क्यों रख रही है.” आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना को देखते हुए ‘आप’ ने अपने तीन प्रत्याशियों के नामांकन दाखिले की प्रक्रिया 22 अप्रैल तक टाल दी है. आतिशी, पंकज गुप्ता और गुग्गन सिंह के नामांकन पत्र अब 20 अप्रैल की जगह 22 अप्रैल को भरे जाएंगे. इसके अलावा बाकी तीन उम्मीदवार भी सोमवार को पर्चा दाखिल करेंगे. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा था कि गठबंधन पर कांग्रेस को फैसला लेने के लिए समय देने के लिए नामांकन दाखिले का काम टाल दिया गया. आप ने हरियाणा में कांग्रेस को गठबंधन के लिए 7,2,1 का फार्मूला दिया था.