अशाेक यादव, लखनऊ। किसान आंदोलन को लेकर मथुरा के बाजना स्थित मोराकी इंटर कालेज में बुलाई किसान पंचायत में इस वक्त भारी भीड़ जुटी हुई है। उधर, पुलिस ने कल से ही किसानों को गाजीपुर बार्डर पर चल रहे आंदोलन में जाने से रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे को छावनी में तब्दील कर दिया है। हालांकि कल से आज तक बड़ी संख्या में किसान पुलिस को चकमा देकर गाजीपुर बार्डर पहुंच चुके हैं।
इधर, मथुरा के मोरकी इंटर कॉलेज बाजना में किसान पंचायत स्थल पर भी भारी संख्या में पुलिस बल का बंदोबस्त किया गया है।एडीजी सतीश गणेश और एसएसपी ने सुबह मौके पर पहुंचकर पंचायत स्थल का जायजा लिया। यह पंचायत भारतीय किसान यूनियन ने बुलाई है। कल मुजफ्फरनगर की किसान पंचायत में भी भारी भीड़ जुटी थी।
रालोद नेता जयंत चौधरी, आप सांसद संजय सिंह सहित कई सियासी दलों के नेताओं ने भी वहां पहुंचकर अपना समर्थन व्यक्त किया था। जयंत चौधरी आज मथुरा की पंचायत में भी पहुंच रहे हैं। भाकियू नेता राकेश टिकैत की भावुक अपील पर 28 जनवरी की रात ही किसान गाजीपुर बार्डर पर चल रहे आंदोलन में पहुंचने लगे। यह सिलसिला लगातार जारी है।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष और राकेश टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत ने कहा है कि वह भी कल किसानों के साथ दिल्ली सीमा पर पहुंचेंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे भी किसानों के साथ दिल्ली बार्डर पर चल रहे आंदोलन में शामिल होंगे? उन्होंने कहा कि कल बागपत में पंचायत है। इसमें शामिल होने के बाद वह दिल्ली के लिए निकलेंगे।
बदायूं में गांधी प्रतिमा के सामने भाकियू के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपवास पर बैठे हैं। मंडल प्रवक्ता राजेश सक्सेना ने कहा कि उपवास कार्यक्रम के बाद दिल्ली के लिए कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि नई कृषि नीति किसानों के हित में नहीं है इस नीति को सरकार के लिए वापस लेना ही होगा। जब तक सरकार इस नीति को वापस नहीं लेगी तब तक धरना प्रदर्शन और विरोध जारी रहेगा। जिले से भारी संख्या में किसान दिल्ली जाएंगे।