अशाेक यादव, लखनऊ। कबीर धरा पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति व राज्यपाल का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संतकबीर की परिनिर्वाण स्थली पर राष्ट्रपति के कर कमलों से आज कई कार्यों का लोकार्पण हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में मगहर में बुनियादी सुविधाओं, श्रद्धालुओं की सुविधा व रोजगार सृजन को लेकर पर्यटन विकास के कार्य आगे भी होते रहेंगे।
सीएम योगी ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि महामहिम राष्ट्रपति उत्तर प्रदेश के ही सपूत हैं। उनसे उत्तर प्रदेश के बारे में कुछ भी छुपा नहीं है। एक सामान्य गांव और एक सामान्य परिवार से निकलकर देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर देश का मार्गदर्शन करना भारत के लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मगहर में संतकबीर अकादमी की स्थापना से कबीर की साखी, बीजक आदि साहित्य पर शोध को बढ़ावा मिलेगा। शोधार्थियों को छात्रवृत्ति के साथ ही आवासीय सुविधा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि देश के अनेक स्थलों की पहचान व सौंदर्यीकरण को लेकर पीएम मोदी के नेतृत्व में अनेक कार्य चल रहे हैं। इसी क्रम में स्वदेश दर्शन पर्यटन विकास की महत्वाकांक्षी योजना है। श्रीराम, श्रीकृष्ण, बुद्ध, आध्यात्मिक सर्किट के विकास से बेहतर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं तो साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि काशी, जहां संत कबीर ने जन्म लिया था, वहां 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा विश्वनाथ के भव्य एवं दिव्य धाम का लोकार्पण किया। आज वहां प्रतिदिन एक लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इससे रोजगार की अनेक संभावनाओं को बढ़ावा मिला है। अयोध्या व कुशीनगर का भी इसी तर्ज पर विकास हो रहा है। मंत्री ने कहा कि मगर में पर्यटन विकास के कार्य पहले भी हुए अभी भी हो रहे हैं और आगे भी होंगे।
काल करे सो आज कर, आज करे सो अब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष पर कहा कि हमें अगले 25 वर्ष का लक्ष्य तय करना है और इन लक्ष्यों से हर एक नागरिक को जुड़ना होगा। ‘काल करे सो आज कर, आज करे सो अब’ के उद्धरण से उन्होंने लोगों को प्रेरित किया कि टालमटोल से बचें और कर्मपथ पर आगे बढ़ते हुए समाज, प्रदेश और देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें।
सीएम ने की पौधरोपण व जल संरक्षण की अपील
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अधिक से अधिक पौधरोपण व जल संरक्षण की अपील की। उन्होंने कहा कि आज हम संतकबीर की धरती पर हैं। संतकबीर ने रूढ़िवादिता का विरोध करते हुए मगहर आए और जिसे नरक समझा जाता था, उसे अपने विचारों व शिक्षाओं से स्वर्ग बना दिया। हमारे ऋषि-मुनियों व संतों ने सदैव हमें प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि 5 वर्ष पहले मगहर में आमी नदी बहुत प्रदूषित थी। पानी से बदबू आती थी और उसका रंग काला हो गया था।आज सरकार के व्यवस्थित प्रयासों से आमी नदी प्रदूषण मुक्त हो गई है। इसका पानी साफ हो गया है।
उन्होंने कहा कि पहले आमी नदी के दोनों और बसे गांवों में प्रदूषित पानी से पशुधन नष्ट होता था , खेती चौपट होती थी। पर आज यह स्थिति बदल गई है। पशुधन समुन्नत है तो किसान खुशहाल। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में अमृत सरोवर का संकल्प दिया है। हमें संकल्प लेना होगा कि आज जैसे आमी अविरल और निर्मल हो गई है। वैसे ही हमें अपने गांव के अमृत सरोवर को कब्जा व कूड़ा मुक्त कर तीर्थ स्थल समान विकसित करना है। हमें याद रखना होगा कि जल है तो कल है।
उन्होंने अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का अनुरोध करते हुए कहा कि देवी-देवताओं के साथ वृक्षों को जोड़कर हमारे मनीषियों ने वृक्षों से आत्मीय संवाद स्थापित किया था। आज विश्व पर्यावरण दिवस पर हमें एक बार पुनः इसी ओर उन्मुख होने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में स्वागत संबोधन प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जय लवीर सिंह ने किया। इस अवसर पर कबीर मठ मगहर के महंत विचार दास, संतकबीर नगर के सांसद प्रवीण निषाद, खलीलाबाद के विधायक अंकुर राज तिवारी भी मौजूद रहे।