मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ : यूपी कैडर के वरिष्ठ आईएएस अनिल गर्ग ने भारत निर्वाचन आयोग से उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय पुरस्कार पाने की सूची में सम्मलित करवा लिया है। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने वर्ष 2017 में उत्कृष्ट चुनावी प्रक्रियाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इसमें विधानसभा चुनाव के दौरान बेहतर सुरक्षा प्रबंधों पर राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए उत्तर प्रदेश को चुना गया है। चुनाव के दौरान श्री गर्ग प्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पद पर तैनात थे। वर्तमान में वह लखनऊ के मंडलायुक्त हैं।
आयोग ने देश के सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को पत्र भेजकर इन पुरस्कारों की घोषणा की जानकारी दी है। पुरस्कार वितरण समारोह राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर 24 जनवरी को नई दिल्ली में दिल्ली कैंट स्थित मॉनेकशा सेंटर के जोरावर सभागार में आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करेंगे। बेहतर सुरक्षा प्रबंधों के लिए यूपी को राष्ट्रीय पुरस्कार इस कारण दिया गया है क्योंकि वर्ष 2017 के विधासभा चुनाव में कहीं भी हिंसा नहीं हुई थी और पुनर्मतदान की नौबत नहीं आई थी।
चुनाव के दौरान सुरक्षा प्रबंधों की जिम्मेदारी तत्कालीन अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनिल गर्ग ही संभाल रहे थे। चुनाव के दौरान उन्होंने नई तकनीकी का प्रयोग करके पूरी चुनाव प्रक्रिया की आनलाइन निगरानी का भी प्रबंध किया था। इसके अलावा उन्होंने मतदाता सूची में अपना नाम तलाशकर मतदाता पर्ची निकालने में मदद करने वाला नया साफ्टवेयर भी तैयार कराया था। श्री गर्ग इस समय लखनऊ के मंडलायुक्त हैं।
इसके अलावा तत्कालीन एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत चौधरी, आईजी कानून-व्यवस्था हरीराम शर्मा और डीजीपी मुख्यालय की ओर से आयोग से संबद्ध किए गए तत्कालीन डीआईजी और अब आईजी रेंज इलाहाबाद रमित शर्मा भी चुनाव में सुरक्षा प्रबंधों से सीधे तौर पर जुड़े हुए थे। आयोग ने चुनाव में नए प्रयोगों के लिए कानपुर नगर के तत्कालीन डीएम कौशल राज शर्मा और मतदाता जागरूकता के लिए व्यक्तिगत श्रेणी में आजमगढ़ की तत्कालीन डीडीसी रितु सुहास को राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए चुना है।
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