पटनाः उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि जिस परिवार के 11 में से 6 सदस्य भ्रष्टाचार के मामले में सजायाफ्ता या चार्जशीटेड हैं, उस परिवार के वारिस दूसरों पर बिना किसी सबूत-दस्तावेज के मनमाने आरोप लगा रहे हैं। भ्रष्टाचार के मामले पर सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा की चार्जशीटेड लोग दूसरों पर लगा रहे मनमाने आरोप सुशील मोदी ने लिखा कि ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए ही वित्तमंत्री अरुण जेटली ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर मानहानि का मुकदमा कर उन्हें बकायदा हाथ जोड़कर माफी मांगने को मजबूर किया था। बिहार में कुछ लोग स्वच्छ छवि के सामाजिक कार्यकर्ताओं को ऐसे ही कड़े कानूनी जवाब के लिए मजबूर कर रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि एनडीए सरकार ने वर्ष 2014 में सत्ता सम्भालते ही कालेधन के खिलाफ एसआईटी का गठन किया और कई देशों के साथ वित्तीय जानकारी साझा करने का समझौता किया, जिससे 70 देशों में 1.5 लाख करोड़ रुपए के कालाधन का पता चला। सुशील मोदी ने लिखा कि 400 लोगों को आयकर का नोटिस भेजा गया, जबकि यूपीए सरकार ने गांधी परिवार के दोस्तों को खुले हाथ से कर्ज बांटकर 10 लाख करोड़ का एनपीए घोटाला किया। राहुल गांधी, मायावती और लालू प्रसाद कालेधन के खिलाफ मुहिम चलाने वाले प्रधानमंत्री मोदी का विरोध कर किसकी मदद कर रहे हैं?