लखनऊ : महाराष्ट्र में पुणे से सटे भीमा कोरेगांव में इस साल की शुरुआत में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने मंगलवार को देश के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी की. पुलिस ने इस दौरान माओवादियों से संबंध रखने के शक में हैदराबाद में रह रहे क्रांतिकारी लेखक और माओवादी विचारक वरवरा राव के अलावा मुंबई में वरनॉन गोंजालेव्स, अरुण परेरा, छत्तीसगढ़ में सुधा भारद्वाज और गौतम नवलेखा को हिरासत में लिया है.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने मंगलवार सुबह दिल्ली, मुंबई, रांची, गोवा और हैदराबाद में सामाजिक कार्यकर्ताओं, वकीलों, लेखकों को पत्रकारों के घर छापे मारे. सूत्रों के मुताबिक, पुणे स्थित स्वरगेट पुलिस थाने की तरफ इन लोगों की गिरफ्तार का आदेश आया था.
महाराष्ट्र पुलिस की टीम ने रांची में छापेमारी की है. पुलिस ने इस मामले में अरुण फ़रेरा और वेनोन गोंजाल्विस को हिरासत में लिया है. पुलिस ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के पास से मिले लैपटॉप, पेन ड्राइव और कागजात भी बरामद किए हैं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सुधा भारद्वाज पर धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्मस्थान, निवास, भाषा इत्यादि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना), 505 (सार्वजनिक शरारत के लिए प्रतिबद्ध वक्तव्य), 117 (दस या उससे ज्यादा लोगों को किसी आपराधिक गतिविधि के लिए उकसाना) और 120 के तहत आरोप लगाया गया है.
मार्च में ही सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बताया कि भीमा कोरेगांव में कुल 158 मामले दर्ज हुए जिसमें दलितों पर 63 और सवर्णों पर 90 मामले दर्ज हुए. इसके अलावा 9 अन्य मामले दर्ज किए गए हैं. सिर्फ गंभीर मामलों को छोड़कर सभी दूसरे आपराधिक मामलों को हटा दिया जाएगा जिससे महाराष्ट्र में जातिगत तनाव कम हो.