नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण स्वतंत्र भारत के इतिहास में केंद्रीय बजट पेश करने वाली दूसरी महिला बन गई हैं. वित्त मंत्री सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया. इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वित्त वर्ष 2019-20 के बजट प्रस्ताव को मंजूरी दी. वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को केंद्रीय बजट की प्रति भी सौंपी. सीतारमण ने भूरे रंग के ब्रिफकेस की परंपरा से आगे बढ़ते हुए लाल रंग का पार्सलनुमा बैग लिया हुआ था, जिसके ऊपर राष्ट्रीय चिह्न है. सीतारमण से पहले, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी केंद्रीय बजट पेश करने वाली अब तक की और एकमात्र महिला थीं. 1970 में गांधी ने वित्त वर्ष 1970-71 का बजट पेश किया था.
सीतारमण ने 1991 में आर्थिक उदारीकरण के बाद 29 वां (अंतरिम बजट को छोड़कर) बजट पेश किया है. उनसे पहले, छह वित्त मंत्री: मनमोहन सिंह (1991-1996), यशवंत सिन्हा (1998-2003), जसवंत सिंह (2003-2004), पी चिदंबरम (1996-1998, 2004-2009, 2013-2014), प्रणब मुखर्जी (2009-2013) और अरुण जेटली (2014-2019) ने 28 बजट पेश किए थे. उदारीकरण के बाद सबसे ज्यादा आठ बार पी चिदंबरम ने बजट पेश किया है. मनमोहन सिंह, यशवंत सिन्हा और अरुण जेटली ने पांच- पांच बजट पेश किए हैं जबकि प्रणब मुखर्जी ने चार बजट पेश किए. जसवंत सिंह ने केवल एक बजट पेश किया. जेटली ने पांचों बजट मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में पेश किए. हालांकि खराब स्वास्थ्य के कारण फरवरी में अंतरिम बजट पेश नहीं कर पाए थे.