जोहानिसबर्ग: मोहम्मद शमी (5 विकेट) की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने मुश्किल वक्त में जोरदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को सीरीज के तीसरे टेस्ट में 63 रन से हरा दिया है. मैच के चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी 73.3 ओवर में 194 रन पर समाप्त हुई. जीत के लिए मेजबान टीम के सामने 241 रन का लक्ष्य था. दक्षिण अफ्रीका ने आज, अपने कल के स्कोर एक विकेट पर 17 रन से आगे शुरुआत की. दूसरे विकेट के लिए डीन एल्गर (नाबाद 86) और हाशिम अमला (52) ने शतकीय साझेदारी करते हुए टीम इंडिया को लंबे समय तक सफलता से वंचित रखा. यह जोड़ी जब तक विकेट पर थी, ऐसा लग रहा था कि दक्षिण अफ्रीका जोहांनिसबर्ग टेस्ट में भी जीत हासिल करते हुए क्लीन स्वीप करने में सफल हो जाए.लेकिन पारी के 53वें ओवर में ईशांत शर्मा की गेंद पर अमला के आउट होते ही स्थितियां पूरी तरह से बदल गईं. इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका पर दबाव बनाते हुए लगातार विकेट हासिल किए. क्विंटन डिकॉक, एंडिले फेलुकवायो, कागिसो रबाडा और मोर्ने मोर्केल तो खाता खोले बिना ही आउट हुए. एक छोर से डीन एल्गर विकेटों की यह पतझड़ लाचार होकर देखते रहे. उनकी जीवटभरी पारी के बावजूद दक्षिण अफ्रीका को मैच में हार झेलनी पड़ी. तीसरा टेस्ट जीतकर दक्षिण अफ्रीका टीम एक हद तक अपना सम्मान बचाने में सफल रही. वैसे, तीन टेस्ट की सीरीज दक्षिण अफ्रीका ने 2-1 के अंतर से जीती. खास बात यह है कि जोहांसबर्ग में टीम इंडिया कभी टेस्ट नहीं हारी है.
तीसरे सेशन में विकेटकीपर पार्थिव पटेल मैदान में नहीं उतरे. पार्थिव की उंगली में चोट लगी है.उनके स्थान पर सबस्टीट्यूट के रूप में दिनेश कार्तिक ने विकेटकीपिंग की. भारत के लिए पहला ओवर बुमराह ने फेंका जिसमें पांच रन बने. चाय के बाद दक्षिण अफ्रीका का चौथा विकेट कप्तान फाफ डु प्लेसिस (2) के रूप में गिरा, जिन्हें ईशांत शर्मा ने बोल्ड किया. टीम इंडिया जल्द ही क्विंटन डिकॉक (0) को भी पेवेलियन लौटाने में सफल हो गई. उन्हें जसप्रीत बुमराह ने एलबीडब्ल्यू किया. इसके बाद शमी ने एक ओवर में दो विकेट लेते हुए भारतीय खेमे को खुशी से भर दिया. उन्होंने पहले फिलेंडर (10) और फिर एंडिले फेलुकवायो (0) को बोल्ड किया. जल्द ही भुवनेश्वर ने नए बल्लेबाज कागिसो रबाडा (0) को पुजारा से कैच कराते हुए दक्षिण अफ्रीका को एक और झटका दे डाला. एक छोर से डीन एल्गर असहाय से विकेट की यह पतझड़ देख रहे थे.