ह्यूस्टन: भारतीय मूल के अमेरिकी केपी जॉर्ज ने फोर्ट बेंड काउंटी के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. वह अमेरिका की सर्वाधिक विविध काउंटियों में से एक में इस पद को संभालने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं. डेमोक्रेट और फोर्ट बेंड इंडिपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट बोर्ड के ट्रस्टी 53 वर्षीय जॉर्ज ने नवंबर में हुए चुनाव में रिपब्लिकन न्यायाधीश रॉबर्ट हेबर्ट को हराया था.
अमेरिका में, काउंटी न्यायाधीशों का कार्य प्रत्येक राज्य में अलग-अलग होता है. यह काउंटी के आकार के आधार पर निर्धारित होता है. उनके अधिकार क्षेत्र में न्यायिक और प्रशासनिक दोनों क्षेत्र आते हैं. फोर्ट बेंड काउंटी में भारतीय-अमेरिकी लोगों की बड़ी आबादी रहती है. नवीनतम जनगणना के अनुसार, फोर्ट बेंड अब टेक्सास में सर्वाधिक विविध काउंटी है और यह देश की सबसे अधिक विविध काउंटियों में से एक है.
यहां 35 प्रतिशत आंग्ल, 24 प्रतिशत हिस्पैनिक्स, 21 प्रतिशत एशियाई तथा अन्य लोग रहते हैं. केरल के ककोड़ु शहर से ताल्लुक रखने वाले जॉर्ज ने कहा कि उनके पिता ट्रक चालक थे, जो दिन भर में केवल कुछ डॉलर ही कमा पाते थे. उन्होंने मिट्टी के तेल के दीये की रोशनी में पढ़ाई की है. उन्होंने कहा कि सामुदायिक सहभागिता उनके प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी. जॉर्ज ने कहा, ‘मैं काउंटी की सेवाओं को बढ़ाना और सभी लोगों को इस प्रक्रिया में शामिल करना जारी रखूंगा. यह मेरे लिए और साथ ही काउंटी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है.’ उन्होंने कहा, ‘हम सबसे विविध काउंटी के लिए खुले द्वार की नीति जारी रखेंगे, जहां 100 से अधिक भाषाएं बोलने वाले लोग रहते हैं. हम यहां उनमें से हर एक का प्रतिनिधित्व करने और इस काउंटी के निवासियों तथा बच्चों के लिए बेहतर स्थान सुनिश्चित करने के लिए हैं.’