अशाेक यादव, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार कोरोना से बचाव के नाम पर टीका लगाने के लिए फीस तय कर रही है। बिहार में मुफ्त टीके का एलान करने वाली भाजपा यूपी में जनता को मुफ्त टीके की सुविधा नहीं देने वाली है। भाजपा आपदा में भी अवसर तलाशने में माहिर रही है। कोरोना संकट में भी उसकी वसूली चलने वाली है। ऐसी सरकार से जनता मुक्ति चाहती है।
अखिलेश यादव ने रविवार को जारी बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि बुनियादी मुद्दों से भटकाने में भाजपा सरकार का कोई जवाब नहीं। नीति आयोग की रिपोर्ट में बीमार स्वास्थ्य सेवाओं में उत्तर प्रदेश नम्बर एक है। चार साल की भाजपा सरकार में यूपी का हेल्थ इन्डेक्स स्कोर 5.08 प्वाइंट गिरकर 2015-16 के 33.69 प्वाइंट से भी गिरकर 28.61 प्वाइंट पर आ गया है।
वास्तविकता यह है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। समाजवादी सरकार के समय स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के जो कदम उठाए गए थे, रागद्वेष से भरी भाजपा सरकार ने उन्हें भी चौपट कर दिया है। अखिलेश ने कहा कि दूसरों की नकल को अपनी अकल बताकर भाजपा नेतृत्व जनता को बरगलाने में ही अपनी सफलता समझता है लेकिन जनता सब जानती है, उसे बहकाया नहीं जा सकता है।
सच तो यह है कि भाजपा सरकार की आयुष्मान योजना के लाभार्थी अस्पतालों में टरकाए जाते हैं। गरीब की कहीं पूछ नहीं होती है। प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्रों का बड़ा शोर था, अब ये जगह-जगह बंद पड़े हैं। जहां खुले हैं वहां दवाइयों का अभाव है। अस्पतालों में डाक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की भारी कमी है। उनकी भर्ती रूकी हुई है।
भाजपा सरकार रोजगार के झूठे आंकड़े और आश्वासन देती है। भाजपा राज में न मेडिकल कालेज खुले, नहीं एम्स बने। राज्य के समस्त चिकित्सालयों में भर्ती होने वाले रोगियों का भर्ती शुल्क माफ कर दिया गया था। आज मेडिकल कालेजों में परीक्षण की नई दरें लागू हैं, इलाज के लिए लम्बी रकम खर्च होती है। कैंसर अस्पताल की तो पूरी व्यवस्था ही भाजपा सरकार में बदल गई है।