
राहुल यादव, लखनऊ। नेता , विरोधी दल , विधान सभा , उ 0 प्र 0 राम गोविन्द चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार जब से आयी है , सभी संसदीय नियम और परम्पराएं तथा संविधान मजाक बन कर रह गये हैं । भाजपा ने संविधान के अनुसार कार्य न करके लोकतंत्र को राजतंत्र में तब्दील कर दिया है । विधान सभा सत्र 10 मार्च 2021 तक चलना था , उसे बिना कार्यमंत्रणा की स्वीकृति के अचानक सदन में सत्र समाप्त करने का प्रस्ताव रखकर भाजपा सरकार ने लोकतंत्र को तिलांजलि दे दी है । सदन चलता तो जनता की तमाम समस्याएं उठती , वह रह गयीं । सरकार इतनी जल्दी में रही कि प्रश्नकाल भी नहीं होने दिया । जिसका विरोध समाजवादी पार्टी सहित सभी विपक्षी दलों ने किया और सदन से बर्हिगमन किया । अध्यक्ष ने धन्यवाद पर नेता प्रतिपक्ष और फिर नेता , बहुजन समाज पार्टी , नेता कांग्रेस सहित सभी दलों को सुना , संसदीय कार्य मंत्री ने भी धन्यवाद रखा और उसके बाद अचानक एक निरसन विधेयक पास कराने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत कर दिया , जिसका सभी विपक्षी दलों ने विरोध करते हुये नियमों एवं अब तक की संसदीय परम्पराओं के विरूद्ध कहा और चौधरी ने इसे अध्यक्ष पीठ की गरिमा एवं संविधान के सदन के नियमों एवं संसदीय परम्पराओं के विरूद्ध करार दिया , संसदीय कार्य मंत्री से आग्रह किया कि इसे अब जन – गण – मन के समय स्वच्छ वातावरण में रखकर सदन में गलत परम्परा न डालें , ऐसा कभी नहीं हुआ है , परन्तु संसदीय कार्य मंत्री ने हठ करके पास कराने का प्रयास किया , जिस पर सभी विपक्षी दलों ने इसके बाद सदन से वर्हिगमन किया । सभी विपक्षी दलों ने ” न ” लावी में राष्ट्रगान किया तथा भारत माता की जय बोलते हुये सदन से प्रस्थान किया ।