लखनऊ: पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सोमवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी राज्य की सत्ता में आई तो असम की तर्ज में बंगाल में भी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (एनआरसी) प्रकाशित किया जाएगा।असम में एनआरसी का अंतिम मसौदा प्रकाशित करने का समर्थन करते हुए घोष ने कहा कि कुछ राजनेता अपनी वोट बैंक की राजनीति खत्म होने के डर से घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। वे यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे।
घोष ने कहा कि अगर भाजपा यहां चुनाव जीत कर सत्ता में आई तो यहां भी एनआरसी लागू किया जाएगा। यहां रहने वाले तमाम अवैध नागरिकों को बांग्लादेश भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों का समर्थन करने वालों को भी देश से बाहर निकाल दिया जाएगा।
भाजपा नेता ने कहा कि असम में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एनआरसी लागू किया जा रहा है। कांग्रेस ने ही पहले एनआरसी को अपडेट करने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन अब वही इसका विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि अंतिम मसौदे में जिनके नाम नहीं हैं वे बाद में अपना दावा पेश कर सकते हैं।
उन्होंने असम में एनआरसी के मसौदे पर टिप्पणी के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की खिंचाई करते हुए कहा कि उनको हर मुद्दे पर वोट बैंक की राजनीति बंद कर देना चाहिए। घोष ने कहा कि पड़ोसी देश से अवैध प्रवासियों को न्योता देने वालों को देश की अखंडता व सुरक्षा की बात नहीं करनी चाहिए।
इससे पूर्व ममता ने मसौदे में 40 लाख लोगों के नाम नहीं होने पर चिंता जताते हुए इसे भाजपा की वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा करार दिया था। उन्होंने कहा कि इससे यह लोग अपने ही घर में शरणार्थी बन गए हैं।
जानकारी के लिए बताते चलें कि सोमवार को असम में NRC का दूसरा ड्राफ्ट आया। इसके तहत 2 करोड़ 89 लाख 83 हजार 677 लोगों को वैध नागरिक मान लिया गया है. इस तरह से करीब 40 लाख लोग अवैध पाए गए हैं, जो अपनी नागरिकता के वैध दस्तावेज को साबित नहीं कर सके हैं.