नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन की सरकार मंगलवार को विधानसभा में विश्वासमत हासिल करने में विफल रहने के बाद गिर गयी. इसी के साथ राज्य में 14 महीने से अस्थिरता के दौर का सामना कर रहे मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी का कार्यकाल खत्म हो गया. कुमारस्वामी ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव हारने के तुरंत बाद राज्यपाल वजूभाई वाला को अपना इस्तीफा सौंप दिया. अधिकारियों ने बताया कि परिणाम के तुरंत बाद कुमारस्वामी, उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर और अन्य वरिष्ठ सहयोगियों के साथ राजभवन गए और इस्तीफा सौंप दिया. इसके बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भाजपा पर इसको लेकर निशाना साधा है.
शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए कहा, ”सो, जिस पार्टी ने पशुधन की नीलामी पर पाबंदी लगाई थी, उसी ने कर्नाटक में कामयाबी से खरीदफरोख्त कर दिखाई… डी.के. शिवकुमार तथा कांग्रेस के उन विधायकों की हिम्मत और सिद्धांतों पर टिके रहने के लिए मेरी सराहना, जिन्हें अपनी वफादारी बदलने के लिए न बरगलाया जा सका, न डराया जा सका… किसी न किसी दिन हम कामयाब होंगे…’ वहीं, एचडी कुमारस्वामी नीत गठबंधन सरकार गिरने को ‘लोकतंत्र, ईमानदारी और राज्य की जनता की हार’ करार देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा आखिरकार निहित स्वार्थ वाले लोगों के लालच की आज जीत हो गयी.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘अपने पहले दिन से ही कांग्रेस-जद(एस) सरकार भीतर और बाहर के उन निहित स्वार्थ वाले लोगों के निशाने पर आ गयी थी जिन्होंने इस गठबंधन को सत्ता के अपने रास्ते के लिए खतरा और रुकावट के तौर पर देखा. उनके लालच की आज जीत हो गयी। लोकतंत्र, ईमानदारी और कर्नाटक की जनता हार गयी.’ वहीं, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा पर संस्थाओं और लोकतंत्र को व्यवस्थित ढंग से कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘एक दिन भाजपा को यह पता चलेगा कि सब कुछ नहीं खरीदा जा सकता, हर किसी के पीछे नहीं पड़ा जा सकता और हर झूठ आखिरकार बेनकाब होता है.’