बालाघाट: भाजपा ने मध्य प्रदेश की बालाघाट लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद बोध सिंह भगत की टिकट काट कर ढाल सिंह बिसेन को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. इसके बाद रविवार को भाजपा (BJP) कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से जमकर हंगामा किया, जिसके चलते पुलिस को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. हालांकि, इसमें किसी के घायल होने की खबर नहीं है. कोतवाली बालाघाट के थाना प्रभारी महेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया, ‘उग्र प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा.’
भाजपा ने भगत का टिकट काट कर उनके स्थान पर 29 मार्च को बालाघाट से बिसेन को अपना प्रत्याशी बनाया है. पार्टी के फैसले से नाराज होकर भगत के समर्थक पार्टी से मांग कर रहे थे कि बिसेन की उम्मीदवारी रद्द कर भगत को पार्टी का नया प्रत्याशी बनाया जाये. रविवार सुबह 11 बजे से पार्टी के जिला कार्यालय में इस सीट पर पार्टी की रणनीति बनाये जाने को लेकर बैठक होनी थी, लेकिन मौजूदा सांसद के 500 से अधिक समर्थक 30 से अधिक वाहनों में सवार होकर भाजपा कार्यालय पहुंचे और पार्टी के कार्यालय पर ताला लगा दिया और वहां नारेबाजी करने लगे. इस दौरान भगत एवं बिसेन के समर्थकों में तू-तू, मैं-मैं होती रही.
बाद में पार्टी विधायक एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन लगभग तीन बजे भाजपा प्रत्याशी ढाल सिंह बिसेन को लेकर भाजपा कार्यालय दल-बल के साथ पहुंचे और पुलिस हस्तक्षेप के बाद भगत के समर्थकों को तितर-बितर किया गया और कार्यालय का ताला तोड़कर बैठक करीब चार घंटे देरी से शुरू की गई. भाजपा के बालाघाट जिला अध्यक्ष रमेश रंगलानी ने बताया, ‘टिकट का निर्णय पार्टी ने लिया है. कार्यकर्ताओं के असंतोष एवं आज के घटनाक्रम के संबंध में पार्टी आला कमान को अवगत करा रहा हूं. इस बीच, पार्टी कार्यकर्ताओं ने ऐलान कर दिया कि अगर बोध सिंह भगत को टिकट नहीं मिली तो लगभग 300 से अधिक पार्टी कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे. इस ऐलान के बाद बालाघाट से लेकर भोपाल तक भाजपा में खलबली मच गई. गौरतलब है कि वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बालाघाट सीट से भगत लगभग एक लाख वोटों से चुनाव जीते थे.