नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बावजूद मोदी एंड टीम को आगे ले जाने के लिए भाजपा के सहयोगी संगठन चुप नहीं बैठ रहे हैं। आमतौर पर शहरी क्षेत्रों को भाजपा का गढ़ माना जाता है। यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से सपा और बसपा का वोट बैंक मजबूत रहा है। इस बार के चुनाव में यह मिथक बहुत हद तक टूटा है लेकिन पार्टी और उसके सहयोगी किसी भी मुगालते में नहीं रहना चाहते हैं। इसी वजह से अब गांवों में घर-घर तक अपनी जड़ें जमाने के लिए आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों की तरफ से ठोस रणनीति पर काम किया जा रहा है।
इसी सिलसिले में बिठूर में आरोग्य भारती की ओर से राष्ट्रीय सेमिनार होने जा रहा है। एक सप्ताह पहले ही संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कानपुर में चल रहे पूर्वी यूपी के प्रशिक्षण वर्ग में संकेत दिया था कि गांवों के विकास के लिए स्वयंसेवकों की जिम्मेदारियां बढ़ाई जाएंगी। किसानों को आधुनिक और व्यावसायिक खेती की जानकारी देने के साथ वहां रहने वालों को स्वस्थ रखने की दिशा में काम करना होगा। इसी कड़ी में यूपी में पहली बार संघ के आनुषांगिक संगठन आरोग्य भारती की तरफ से बिठूर में ‘अपना ग्राम, स्वस्थ ग्राम’ नाम से अगस्त में सेमिनार किया जाएगा। तीन दिवसीय इस सेमिनार में देश भर के सभी हिंदी भाषी राज्यों के आरोग्य भारती से जुड़े चिकित्सक ,पदाधिकारी शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस सेमिनार के माध्यम से गांवों के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच ‘सबका साथ सबका विकास’ से जोड़ा जाएगा। पिछले दिनों संघ प्रमुख ने यह भी कहा था कि मोदी सरकार को यदि कोई सुझाव देना होगा तो संघ इसके लिए तैयार है। संघ प्रमुख की योजना के बाद यूपी में इतने बड़े आयोजन की तैयारी से साफ है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में फिर से प्रदेश में केंद्र की तरह दोबारा पूर्ण बहुमत वाली सरकार लाने की तैयारी है।
इतना ही नहीं इस समय जाजमऊ में चल रहे विश्व हिंदू परिषद के पूर्वी प्रांत के प्रशिक्षण वर्ग में आए चार प्रांतों के 500 से अधिक कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण के बाद अपने-अपने क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जाकर काम करने को कहा जा रहा है। बिठूर स्थित सेवाधाम परिसर में आरोग्य भारती का सेमिनार दो से चार अगस्त तक चलेगा। इसमें आरोग्य भारती के सभी राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। राष्ट्रीय संगठन मंत्री अशोक वार्ष्णेय की देखरेख में यह पूरा आयोजन होगा। इसमें सभी विधाओं के चिकित्सक भी मौजूद रहेंगे।