बाराबंकी। दलित समाज की प्रतिष्ठा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये कांग्रेस पार्टी ने समय समय पर कानून बनाकर उनके हितों की रक्षा की हैं लेकिन भाजपा की सरकार दलितहित की धाराओं को कमजोर करने की साजिश कर रही हैं। अंग्रेजो के गुलामों ने ना बाबा साहब के संविधान को माना, न तिरंगे को, देश का संविधान तिरंगा का मान सम्मान सुरक्षित रहे इसके लिये कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया को प्रचण्ड बहुमत से जिताकर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने में आपको अग्रणी भूमिका अदा करनी होगी। उक्त अनुरोध कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन नितिन राउत ने आज सांसद पी.एल.पुनिया के ओबरी आवास पर आयोजित अनुसूचित जाति विभाग के कार्यक्रम में दलित समाज से किया।
इस अवसर पर लगभग तीन दर्जन दलित समाज के युवको ने भाजपा, सपा, बसपा का दामन छोड़कर राज्यसभा सांसद डाॅ.पी.एल.पुनिया के हाथों कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया। सदस्यता ग्रहण करने वालों को अंगवस्त्र डालकर सांसद पुनिया ने कांग्रेस पार्टी में स्वागत किया, कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा तथा संचालन अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन रामहरख रावत ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन नितिन राउत, सांसद पी.एल.पुनिया, कांग्रेस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी तनुज पुनिया ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण करके मुख्य अतिथि नितिन राउत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में जो हमारी सुरक्षा की गारंटी है वह संविधान खतरे में हैं।
हम अपने देश में सर उठाकर मान सम्मान से रह सके इसके लिये भाजपा की विदाई करना हमारा नैतिक दायित्व हैं। राज्यसभा सांसद .पी.एल.पुनिया ने मुख्य अतिथि नितिन राउत का स्वागत करते हुए कहा कि मैं आभारी हूॅ अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन का कि उन्होंने लोकसभा चुनाव के प्रचार का शुभारम्भ बाराबंकी से किया। उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर आज तक दलित समाज को जो भी मिला वह कांग्रेस की देन हैं। 1955 में छुआछूत प्रथा को अपराध घोषित करना, 1976 में जाति पर आधारित भेदभाव में कठोर सजा का प्रावधान, मैला ढोने की प्रथा को प्रतिबंधित करने का अधिनियम, 1976 में बंधुआ मजदूर अधिनियम, 1986 में बाल श्रम अधिनियम, जमींदारी अधिनियम का उन्मूलन, भूमिजोत सीमा अधिनियम, विधानसभा, नगर पंचायतों, ग्रामसभाओं में आरक्षण, शिक्षा का अधिकार, भोजन का अधिकार, स्वास्थ्य का अधिकार, काम का अधिकार, भूमि अधिग्रहण कानून, कर्जमाफी और अब देश के 5 करोड़ परिवारों को 72 हजार रू. न्यूनतम मासिक आय की घोषणा करके कांग्रेस पार्टी ने देश से गरीबी हटाने का संकल्प ले लिया हैं ।
जिसमें सबसे अधिक लाभ दलित समाज को मिलना हैं और यह तभी सम्भव हैं जब कांग्रेस पार्टी की सरकार देश में बनेगी और इसके लिये आपको कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया को जिताना होगा, मैं आपको विश्वास दिलाता हूॅ कि वह हमसे अच्छे सांसद साबित होंगे। कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया ने देवा महादेवा की पावन धरती पर राष्ट्रीय चेयरमैन का स्वागत करते हुए कहा कि विगत दो वर्षों से जबसे मैं सक्रीय रूप से राजनीति में आपकी सेवा करने के लिये आया हूॅ हमने अपने पिता कर्मयोगी सांसद पी.एल.पाुनिया की स्थानीय विकास निधि से जनपद में जिन ग्राम सभाओं में बाबा साहब के नाम जमीन रिकार्ड में दर्ज थी वहां चहारदीवारी बनवाकर उस जमीन को सामाजिक कार्यों के लिये सुरक्षित करने का काम प्राथमिकता से करवाया हैं और यह भाजपा की सरकार ऐसे महान पुरूष जो दुनिया के सबसे योग्य विद्वान थे बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर द्वारा रचित दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संविधान पर लगातार चोट करने का काम कर रहे हैं।
संविधान हमारा वह सुरक्षा कवच हैं जो हमारी रक्षा करता हैं। संविधान की रक्षा हो इसकी लड़ाई लड़ने, क्षेत्र का चौमुखी विकासहो, आपका मान सम्मान सुरक्षित रहे, जनपद का नाम देश ही नही विदेश तक मशहूर हो इसके लिये चुनाव मैदान में उतरकर आपका आर्शीवाद पाने के लिये राजनीति के चुनावी महासमर में आया हूॅ कार्यक्रम को मुख्य से पूर्व राज्यसभा सदस्य ए.पी.गौतम, डाॅ. चैधरी, विजयपाल गौतम, सुशील सोनकर, सचिन रावत, सुशील बाल्मीकि, प्रदीप मनौजिया, अजय आर्या, देवेन्द्र गुड्डू, आशीष रावत, हरिनन्दन गौतम ने सम्बोधित किया। मनीराम गौतम, रमेश सिंह गौतम, सुरेश गौतम, मनीष गौतम, बुद्धराम गौतम, राम सिंह गौतम, गया प्रसाद गौतम, राम कुंवर गौतम, रामराज गौतम, राम कुमार गौतम, गीता गौतम, श्रीकेशन गौतम, राममनोहर गौतम, रामनाथ गौतम, हरिशचन्द्र गौतम, मुंशी सियाराम, हिमांशु गौतम में बसपा छोडकर जेठीलालगौतम, राहुल रावत, सतीश रावत, सतगुरू प्रसाद रावत, जगदेश सिंह ने भाजपा छोडकर रिंकी रावत, गुड़िया रावत, बिट्टो देवी, रामसुख रावत ने सपा छोड़कर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। कार्यक्रम में कीढीलाल गौतम, रामचरन रावत, राजाराम गौतम, सुनील गौतम, बदलू गौतम, झगरू गौतम, प्रवेश गौतम, अशोक गौतम सहित सैकड़ो की संख्या में दलित समाज के सदस्य मौजूद थे।