अशाेक यादव, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की जनविरोधी आर्थिक नीतियों के चलते जनता गंभीर संकटों में घिर गई है। मंहगाई की मार ने लोगों की कमर तोड़ दी है। जनता की आय बढ़ी नहीं, रोजगार के अवसर सृजित नहीं हुए और बाजार अभी तक मंदी से उबर नहीं पाया हैं।
अखिलेश ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि होली का त्योहार सिर पर है मगर मंहगाई ने लोगों का उत्साह फीका कर दिया है। खाद्य तेल, घी, मेवा सब कुछ आम जनता की खरीद से बाहर है। कहते हैं दिसंबर से अब तक 25 फीसदी मंहगी बढ़ी है। बाजार में मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचे जा रहे हैं।
भाजपा सरकार को इससे कुछ लेना देना नहीं, वह तो मुनाफाखोरों को लूट का अवसर देने को प्रतिबद्ध है। इसी को तो भाजपा आपदा में अवसर करार देती है। भाजपा सरकार धरना दे रहे किसानों की बात तक सुनने को तैयार नहीं है। भाजपा ने अब तक उस पर संवेदना के दो शब्द भी नहीं बोले हैं।
उन्होंने कहा कि आखिर क्या कारण है कि भाजपा सरकार के समय पहले तो खेती किसानी में काम आने वाले डीजल के दाम बढ़ गए, पेट्रोल भी मंहगा हो गया और अब खाद के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। डीएपी खाद के दामों में 300 रुपये की वृद्धि कर दी गई है।
भाजपा सरकार ने होली के मौके पर जनता के साथ कीचड़ की होली खेलने का अपना इरादा भी जता दिया है। उसने खुद तो एक भी एक्सप्रेस-वे चार साल में बनाया नहीं, समाजवादी सरकार के समय जो आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे बना था उस पर टोल टैक्स की दरें बढ़ाकर सड़क की रफ्तार को कम करने का प्रबंध अवश्य कर दिया है।
प्रदेश की जनता को भले ही भाजपा मार्का एक्सप्रेस-वे चलने को न मिले कम से कम मुख्यमंत्री ने ‘मंहगाई एक्सप्रेस‘ चलाकर लोगों को होली पर्व के उपहार में परेशानी और बदहाली जरूर दे दी है। यह भी चार वर्ष की उपलब्धि में शामिल है।