कुआलांलपुर। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि फरवरी में तख्तापलट की वजह से बाधित हुई लोकतांत्रिक व्यवस्था को बहाल करने के उद्देश्य से देश के सैन्य नेताओं पर दबाव बनाने के लिए बाइडेन प्रशासन म्यांमा पर कड़े नए प्रतिबंध लगा रहा है। ब्लिंकन ने कहा कि तख्तापलट के बाद से 10 महीनों में म्यांमार में स्थिति ”बदतर” हो गई है, जिसमें व्यापक पैमाने पर गिरफ्तारियां और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन म्यांमार की रोहिंग्या मुस्लिम आबादी के खिलाफ चल रहे दमन को ”नरसंहार” के तौर पर देख रहा है। उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि आने वाले हफ्तों और महीनों में यह देखना बहुत महत्वपूर्ण होगा कि हम व्यक्तिगत रूप से, सामूहिक रूप से देश को लोकतांत्रिक रास्ते पर वापस लाने के उद्देश्य से शासन पर दबाव बनाने के वास्ते क्या अतिरिक्त कदम और कदम उठा सकते हैं।”
ब्लिंकन ने बुधवार को मलेशिया में यह टिप्पणी की। वह दक्षिण पूर्व एशिया की तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मलेशिया के दौरे पर हैं। ब्लिंकन से विशेष रूप से म्यांमा में सरकार द्वारा संचालित तेल और गैस क्षेत्र पर संभावित प्रतिबंधों के बारे में पूछा गया, लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में इस संभावना का उल्लेख नहीं किया।