लंदन: ब्रिटेन में ब्रेक्जिट करार को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने की प्रक्रिया यानि ब्रेक्जिट की आखिरी तारीख नजदीक आती जा रही है। लेकिन ब्रेक्जिट करार पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री थरेसा मे सरकार और विपक्षी दलों के बीच कोई सहमति बनती नजर नहीं आ रही है। ब्रेक्जिट को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने गुरुवार को सांसदों की फरवरी की छुट्टियों को रद्द करने की घोषणा कर दी। ब्रिटिश संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस की नेता एंड्रिया लीड्सम ने गुरुवार को सांसदों से पूरे फरवरी काम करने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि हम दबाव में हैं, लेकिन सबकुछ नियंत्रण में है। हमें जो चाहिए उसे 29 मार्च से पहले हासिल कर लेंगे।
पहले यह उम्मीद कीे जा रही थी कि निचले सदन में 15 से 24 फरवरी तक अवकाश रहेगा। यूरोपीय संघ में 46 साल रहने के बाद ब्रिटेन उससे अलग हो रहा है। 29 मार्च अलगाव की आखिरी तारीख है। लेकिन अलगाव के बाद यूरोपीय संघ के साथ ब्रिटेन के व्यापारिक संबंधों को लेकर अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है। 2016 में कराए गए जनमत संग्रह में ब्रिटेन के लोगों ने अलगाव का समर्थन किया था। तब से पीएम मे ने यूरोपी संघ के नेताओं के साथ कई दौर की बातचीत के बाद ब्रेक्जिट करार तैयार किया था। लेकिन ब्रिटिश संसद ने अपने ऐतिहासिक फैसले में उसे खारिज कर दिया था। तब से मे और सांसदों के बीच कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई है।