अशाेक यादव, लखनऊ। रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेस शनिवार की सुबह लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंची। आधिकारिक जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर बोकारो से रवाना हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस 30,000 लीटर तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन लेकर लखनऊ आई है। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने शनिवार को बताया कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस मेडिकल ऑक्सीजन के दो टैंकर लेकर सुबह साढ़े छह बजे लखनऊ पहुंची।
प्रत्येक टैंकर 15,000 लीटर क्षमता का है। जानकारी के अनुसार बोकारो से ऑक्सीजन एक्सप्रेस तीन टैंकर ऑक्सीजन लेकर रवाना हुई थी जिसमें से एक टैंकर शुक्रवार/ शनिवार की दरमियानी रात वाराणसी में उतारा गया। अवस्थी ने कहा कि इस ऑक्सीजन से लखनऊ की आधी मांग आज पूरी हो जाएगी और मरीजों को राहत मिलेगी। शनिवार को रेलवे की दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस सुबह 5.30 बजे लखनऊ से बोकारो के लिए चार खाली टैंकरों के साथ रवाना हुई।
बुधवार को रेलवे ने कहा था कि राज्य सरकार से अनुरोध मिलने के बाद वह उत्तर प्रदेश में अपनी दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाएगा। उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए राज्य सरकार कई मोर्चे पर कार्य रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ”ऑक्सीजन मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर यूपी” नामक डिजिटल प्लेटफार्म का उद्घाटन किया था। आधिकारिक जानकारी के अनुसार प्रदेश के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड-19 के वर्तमान संकट काल में उत्पन्न हुई ऑक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए यह प्लेटफार्म तैयार किया गया है। एक सरकारी बयान में अवस्थी ने बताया कि ऑक्सीजन के लिए डिजिटल प्लेटफार्म की व्यवस्था शुरू करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है।
अवस्थी ने बताया कि रेल प्रशासन ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए विशेष तौर पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया है। ताकि बिना रुके ही ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंच सकें। यह प्लेटफार्म प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, चिकित्सा शिक्षा विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, परिवहन एवं गृह विभाग के सहयोग से रोडिक कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है। इस कंपनी के प्रतिनिधि ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले सरकारी एवं निजी अस्पतालों में मौजूद रहकर समयबद्ध रूप से ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति कराना सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए वेब पोर्टल/लिंक तैयार किया गया है, जिसको ऑक्सीजन आपूर्ति कड़ी से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रयोग किया जा सकेगा। कंपनी के प्रतिनिधिगण अस्पताल की ऑक्सीजन आवश्यकता का विवरण पोर्टल पर अपलोड करेंगे और पोर्टल पर ऑक्सीजन सप्लाई में लगे वाहनों की ऑनलाइन उपस्थिति को ट्रैक करते हुये निकटस्थ वाहन को अस्पताल के लिए रवाना किया जायेगा।
ऑक्सीजन एक्सप्रेस के साथ एक जीआरपी उपनिरीक्षक और दो कांस्टेबल का एस्कॉर्ट भी चल रहा है। यह एस्कॉर्ट कड़ी सुरक्षा में बोकारो से ऑक्सीजन एक्सप्रेस को लेकर आ जा रहे है, यूपी के साथ बिहार और झारखंड जीआरपी मुख्यालय को अलर्ट किया गया है। यूपी के रास्ते मे पडऩे वाले हर जीआरपी व आरपीएफ थाने को अपने यहां से ऑक्सीजन एक्सप्रेस के सफलता से गुजर जाने की रिपोर्ट करते रहे। ग्रीन कॉरिडोर के लिए लखनऊ, वाराणसी, दीन दयाल उपाध्याय नगर और गया कंट्रोल रूम में कंट्रोलर साथ परिचालन के रेलवे अधिकारियों की तैनाती की गई है।