अशोक यादव / लखनऊ : लखनऊ छावनी स्थित आशा स्कूल का द्वितीय वार्षिक समारोह पुनीत दत्त प्रेक्षागृह में आज हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मध्य कमान सेना पत्नी कल्याण संघ की अध्यक्षा श्रीमती अनीता शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं।
वार्षिक समारोह की शुरूआत मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। इस वर्ष ‘ए डे इन पैराडाइज’ विषय पर आधारित वार्षिक समारोह के दौरान स्कूली नन्हें-मुन्ने बच्चों द्वारा विविध सांस्कृतिक व रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम के माध्यम से बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं, भारत के विविध उत्सव, योग, स्वच्छता एक प्रयास जैसे सामाजिक मुद्दों को प्रदर्षित किया।
इस अवसर पर स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पर प्रकाश डालते हुए स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती शर्मिष्ठा बसु ने कहा कि आशा स्कूल के लिए यह वार्षिक समारोह विशेष है क्यों कि वर्ष 2017 में दिव्यांगता के क्षेत्र में इस स्कूल को उत्तर प्रदेश में ‘सर्वश्रेष्ठ स्कूल’ घोषित किया गया है। श्रीमती बसु ने कहा कि आशा स्कूल के कई बच्चों ने स्पेशल ओलम्पिक में भाग लिया तथा उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया ! जिनमें प्रभरूप, नैन्सी राॅय, प्रिया कुशवाहा , मास्टर नितेश तथा प्रदीप कुमार आदि छात्र शामिल हैं।
आशा स्कूल सभी दिव्यांगों के लिए एक ‘बैरियर फ्री स्कूल’ है। इस स्कूल में बच्चों
के लिए बैरियर फ्री बसों, कक्षाओं, खेलकूद मैदान एवं शौचालयों की व्यवस्था है। इस
स्कूल में अब स्मार्ट कक्षाओं की व्यवस्था है। वर्ष 2017 में इस स्कूल को ‘बर्तन बनाने’ एवं ‘बागवानी’ में भी शामिल किया गया है जिसका उद्देश्य बच्चों को व्यावसायिकता के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा सके। ये उठाये गये दोनों कदम मध्य कमान सेना पत्नी
कल्याण संघ की अध्यक्षा श्रीमती अनीता शर्मा की सोच है।
वर्ष 1989 में मात्र चार बच्चों से स्थापित इस स्कूल में शारीरिक एवं मानसिक रूप
से ग्रस्त बच्चों को शिक्षण एवं प्रशिक्षण सहायता उपलब्ध कराई जाती है। वर्तमान में इस
स्कूल के कुल 75 बच्चे हैं।
इस अवसर पर सैन्यधिकारियों सहित आर्मी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी एवं सैन्य व
असैन्य गणमान्य अतिथि तथा बच्चों के अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित थे ।