लखनऊ। लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र माला थाना अन्तर्गत कल रात से गायब इलाहाबाद बैंक के 25 संविदा कर्मी की हत्या कर खेत मे उसका शव डाल दिया गया।मंगलवार की सुबह जब गांव वालों ने खेत मे शव पड़ा देखा तो पूरे गांव में कोहराम मच गया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुॅची और संविदा कर्मी के शव को देख कर पुलिस ने जब हादसा बताया तो गाँव वालो का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया। पुलिस के बयान से आक्रोशित गांव के सैकड़ों लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया तो लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने तीन लोगो के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की बात कही है। मृतक के भाई ने प्रधान पुत्र सहित तीन लोगो पर हत्या का आरोप लगाया है।
मृतक के चेहरे पर धारदार हथियार से वार किए जाने के गंभीर निशान पाए गए है। यहा इस घटना के बाद सीओ मलिहाबाद ने गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा है कि मुझे इस सम्बन्ध मे कुछ पता नही है जबकि घटना के बाद करीब एक घंटे तक गांव वाले प्रदर्शन करते रहे। बावजूद इसके सीओ इस घटना को या तो छुपाना चाहते है या फिर बताना नही चाहते है।जानकारी के अनुसार पेशे से किसान गोखरन प्रसाद गौतम अपनी पत्नी कलावती दो बेटे विनोद कुमार गौतम, सतोष कुमार गौतम तीन बेटियो सुनीता शान्ती और क्रान्ती के साथ माल थाना क्षेत्र के चुकन्डया गाँव में रहते है। उनका 25 वर्षीय बेटा विनोद माल मे इलाहाबाद बैंक की जिन्दाना शाखा में संविदा पर काम करता था बेटा सतोष मजदूरी करता है।
इसी साल17 मार्च को विनोद को गाड़ी सरकार की रहने वाली गायत्री देवी के साथ विवाह हुआ था। विनोद सोमवार की रात घर से निकला था वापस नही आया मंगलवार की सुबह विनोद का शव घर से 6 मीटर दूर बालक राम के खेत मे पड़ा मिला तो पूरे गांव में कोहराम मच गया। सूचना माल पुलिस को दी गई तो पुलिस मौके पर पहुॅची। खेत मे मिले विनोद के शव को देख कर पुलिस ने जब उसकी मौत को हादसा बताया तो लोगो का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुॅच गया । स्थानीय लोगो का कहना था कि हादसा अगर होता तो मेन रोड पर होता खेत मे नही। मृतक विनोद के भाई ने सालेह नगर के प्रधान मोहनलाल के पुत्र सुशील और उसकेे दो अन्य दोस्तो पर हत्या का अरोप लगाया है।
पुलिस द्वारा विनोद की मौत को हादसा बताने से नाराज गाॅव वालो ने जब सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू किया तो पुलिस के हाथ पाॅव फूल गए पुलिस ने तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन विनोद की मौत को हत्या नही माना है। इन्स्पेक्टर माल का कहना है कि विनोद की मौत प्रथम दृष्टया एक्सीडेंट प्रतीत हो रही है उन्होने कहा कि मुकदमा हत्या की धारा मे दर्ज किया गया है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इन्तिजार किया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। स्थानीय लोगो ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस प्रधान के पुत्र को बचाना चाहती है इस लिए हत्या को हादसा बताने पर तुली है। इस सम्बन्ध मे सीओ मलिाहाबाद ने भी गैर जिम्मेदाराना रूख अखितयार करते हुए कहा कि उन्हे इस सम्बन्ध मे जानकारी नही है क्षेत्र मे इतनी बड़ी घटना और बड़े पैमाने पर प्रदर्शन होने के बावजूद सीओ का ये कहना कि उन्हे जानकारी नही है अपने आपमे बड़ा सवाल है। आचार संहिता के दौरान सीओ के ऐसे बयान से नही लगता कि वो अपने क्षेत्र निष्पक्ष चुनाव कराने मे अहम जिम्मेदारी निभा पाएंगे।