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बेवजह थायराइड की गोलियां लेना है खतरनाक, देसी नुस्खों से करे कंट्रोल

थायराइड एक ऐसी बीमारी है जो कि आज के समय में आम हर किसी में पाई जाती हैं। शोध के अनुसार, 42 मिलियन भारतीयों में अलग-अलग प्रकार के थायराइड पाए जा चुके हैं और ऐसे भी कई सारे मामले हैं जिनकी जांच नहीं हो पाई है। ज्यादातर यह समस्या महिलाओं में देखने को मिलती हैं। इसके लिए दवाई के अतिरिक्त कई तरह के घरेलू नुस्खें भी है जिनका इस्तेमाल कर हम इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कई बार रोग में थाइरॉडय हॉर्मोनल के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते है, बस थोड़ा सा टीएसएच का स्तर सामान्य से ऊपर होते हैं। ऐसे में उनके अस्पष्ट लक्षण व थोड़े से बढ़े हुए टीएसएछ स्तर को मिलकर पर उन्हें थायराइड का रोगी बना दिया जाता हैं। जो कि पूरी तरह से गलत हैं। ऐसे में ज्यादा दवाई न खा कर घरेलू नुस्खे भी अपनाने चाहिए।
क्या है थायराइड डिसऑर्डर?
यह बीमारी थायराइड ग्रंथि की अधिक या कम काम करने के कारण होती है। शरीर में थायराइड नाम की एक ग्रंथि होती है, जिससे थायोराइक्सिन टी 4 और ट्रिडोथारोनाइन टी 3 हार्मोन्स निकलते है। ये हार्मोन्स शरीर की एनर्जी को कंट्रोल करे ब्लड सकुर्लेशन, सांस लेने और डाइजेशन जैसी जरूरी क्रियाओं में मदद करते हैं। इस ग्रंथि में खराबी आ जाने के कारण थायराइड की शिकायत हो जाती है। इन्ही हॉर्मोन को ठीक करने के गोली दी जाती है जिसे सुबह खाली पेट लेने की सलाह दी जाती हैं। आईए जानते है थायराइड को ठीक करने के घरेलू नुस्खे…
मुलेठी
मुलेठी में पाया जाने वाला ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड थायराइड कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। इसके साथ ही थायराइड और दूसरी ग्रन्थि में संतुलन स्थापित करके इससे ग्रसित व्यक्ति की थकावट को कम करके एनर्जी के लेवल को बढ़ाता है।
अश्वगंधा
अश्वगंधा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण थायराइड ग्रन्थि को प्रभावित कर सही मात्रा में हार्मोन का उत्पादन करता है। इसके साथ ही इसका एंटी इंफ्लेमेट्री गुण स्ट्रैस कम कर इम्यून सिस्टम को सुधारने में मदद करता हैं।
अदरक
अदरक में पाए जाने वाले पोटेशियम, मैग्नीशियम थायराइड के लिए बहुत ही जरुरी होते है। इसमें मौजूद खनिज शरीर की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह उल्टी और जी मिचलने जैसी समस्या को भी दूर करने में मदद करते हैं।
बाकोपा
बाकोपा नाम की जड़ी बूटी थायराइड ग्रंथि को संतुलित करने के काफी काम आती हैं।
काले अखरोट
थायराइड ग्रंथि के स्वास्थ्य तरीके से काम करने के लिए आयोडीन बहुत ही जरुरी पोषक तत्व होता है। आयोडीन के लिए काले अखरोट सबसे अच्छा स्त्रोत माना जाता हैं।
अलसी के बीज
अलसी के बीज में पाए जाने वाला फैटी एसिड, ओमेगा-3 फैटी एसिड थायराइड की समस्या में फायदेमंद होते हैं। अलसी के बीज का सेवन करने से थायराइड हार्मोन के उत्पादन में सुधार होता है।
मशरूम व अंडे
मशरुम व अंडे में पाए जाने वाली सेलेनियम की मात्रा थायराइड को कंट्रोल करने में काफी मदद करती हैं।
नट्स
नट्स हमारी सेहत के लिए बहुत ही उपयोगी होते है। इसमें मौजूद तत्व थायराइड से होने वाले हार्ट अटैक के खतरे को रोकने में मदद करते है।
दही
दही शरीर का इम्यूनिटी लेवल बढ़ाने में मदद करता है। इसके साथ ही थायराइड की समस्या को भी कंट्रोल करता हैं।

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