औगाडोउगोउ। बुर्किना फासो के राष्ट्रपति रोच मार्क क्रिश्चियन काबोरे के आवास के पास रविवार देर रात गोलियों की आवाज सुनी गई। इससे पहले विद्रोही सैनिकों ने दिन में एक सैन्य अड्डे पर कब्जा कर लिया था, जिससे अब देश में सैन्य तख्तापलट की आशंका बढ़ गई है। सरकारी अधिकारियों ने लोगों को आश्वस्त करने की कोशिश की थी कि सेना के अड्डे पर घंटों गोलियां चलने के बावजूद स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन दिन के अंत में विद्रोहियों का समर्थन कर रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने काबोरे की पार्टी की एक इमारत में भी आग लगा दी।
इस बीच, राष्ट्रपति काबोरे के आवास के पास रविवार देर रात गोलियों की आवाज सुनी गई। अभी तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि घटना के समय काबोरे घर पर थे या नहीं। इलाके में मौजूद कई लोगों ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को बताया कि गोलियों की आवाज के आलावा हेलीकॉप्टर की आवाजें भी वहां सुनी गई। एक विद्रोही सैनिक ने ‘एपी’ को फोन पर बताया कि राष्ट्रपति भवन के पास भारी संघर्ष जारी है। यह एक ऐसा दावा है, जिसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकती।
देश में इस्लामी चरमपंथ से सरकार के निपटने के तौर-तरीकों को लेकर हफ्तों से बढ़ते असंतोष के बाद काबोरे के इस्तीफे का आह्वान करते हुए रविवार को भारी प्रदर्शन किया गया था। सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने विद्रोही सैनिकों को सार्वजनिक समर्थन दिया, जिससे सुरक्षा बलों को राजधानी में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। ईसीओडब्ल्यूएएस के रूप में पहचाने जाने वाले पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय ब्लॉक ने सैन्य तख्तापलट के बाद पिछले 18 महीनों में माली और गिनी को पहले ही निलंबित कर दिया है।
उसने बुर्किना फासो के राष्ट्रपति के समर्थन में एक बयान जारी किया और विद्रोहियों के साथ बातचीत का आग्रह किया। रक्षा मंत्री एमी बर्थेलेमी सिम्पोर ने सरकारी प्रसारणकर्ता ‘आरटीबी’ से कहा कि न सिर्फ औगाडोउगोउ में बल्कि कुछ अन्य शहरों में भी कुछ सैन्य बैरक प्रभावित हुए हैं। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि राष्ट्रपति काबोरे को विद्रोही सैनिकों ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि वह कहां हैं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा, ” कुछ बैरक प्रभावित हुए हैं। बहुत ज्यादा नहीं।
कुछ बैरक में स्थिति सामान्य हो गई है…हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं।” काबोरे, नवंबर 2020 में राष्ट्रपति पद पर फिर से निर्वाचित होने के बाद से ही विरोध का सामना कर रहे हैं। उन्होंने पिछले महीने देश के प्रधानमंत्री को बर्खास्त कर दिया और मंत्रिमंडल के ज्यादातर सदस्यों को बदल दिया था। कभी शांतिपूर्ण रहे इस पश्चिमी अफ्रीकी देश में हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही है क्योंकि अलकायदा और इस्लामिक स्टेट समूह के हमले बढ़ रहे हैं। हाल के वर्षों में हजारों लोग मारे गये हैं और करीब 15 लाख लोग विस्थापित हो गये।