लखनऊ। अपने बयानों के कारण विवादों में रहने वाले सपा से भाजपा में आए एमएलसी बुक्कल नवाब ने बजरंग बली को मुसलमान बताने के बाद एक बार फिर सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे आज भी अपने बयान पर कायम है। उन्होंने हनुमान जी को मुसलमान बताने का सबूत देते हुए कहा कि हनुमान से हमारी पुरानी आस्था है। हिंदुओं से हमारा पुराना रिश्ता है। उन्होंने कहा कि हनुमान को मुसलमान कहने पर अगर कोई आहत हुआ है तो मैं क्षमा मांगता हूं, लेकिन मेरे लिए आज भी हनुमान मुसलमान थे। उन्होंने कहा कि हनुमान को मुसलमान बोलने पर हुआ हंगामा बेहद ही खेदजनक है।
बुक्कल नवाब ने गीता प्रेस गोरखपुर के कई ग्रंथ निकाले और उसमें हनुमान के भक्तों में नवाबों के नाम दिखाए। कई प्रसंग दिखाएं जिसमें इनकी पीढ़ी ने हनुमान मंदिर बनवाए हैं या हनुमान की सेवा की है या हनुमान की पूजा से उनकी मन्नतें पूरी हुई हैं। यही आधार दिखाकर बुक्कल नवाब आज भी निजी तौर पर हनुमान को मुसलमान मानते हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये तत्व झूठे हैं तो मैं नेता गिरी छोड़ दूंगा। बुक्कल नवाब ने कहा कि मुसलमानों के नाम हनुमान से मिलते जुलते हैं। मसलन सुलेमान, रहमान और रेहान आदि। उन्होंने कहा कि हनुमान भक्तों की एक लंबी परंपरा इस्लाम में भी उनके मानने वालों की रही है। इसलिए निजी तौर पर मेरा यह मानना है कि हनुमान मुसलमान भी थे।
हनुमान मुसलमान ही थे, मैं यह नहीं कहता, लेकिन अगर मुसलमान धर्म के लोग मानते हैं तो इसमें बुराई क्या है। बीजेपी नेता ने कहा कि अलीगंज का हनुमान मंदिर मेरे पिताजी ने बनवाया। 200 साल पहले हनुमानगढ़ी का जीर्णोद्धार करवाया। करीब 100 एकड़ जमीन हनुमानगढ़ी के नाम नवाबों के खानदान ने दी। लखनऊ में कई मंदिर आज भी मुसलमानों के बनाए हुए हैं। आलिया बेगम ने जो हनुमान मंदिर बनवाया उसके ऊपर आज भी चांद तारा लगा है। इसलिए अगर मुसलमान भी हनुमान को मानते हैं या मैं यह कहता हूं कि हनुमान मुसलमान थे तो इसमें क्या बुराई है।