नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने लोकसभा चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने खुद ट्वीट करके यह घोषणा की है. ट्वीट करते हुए विजयवर्गीय ने लिखा है, ‘इंदौर की जनता, कार्यकर्ता व देशभर के शुभचिंतकों की इच्छा है कि मैं लोकसभा चुनाव लड़ूं, पर हम सभी की प्राथमिकता समर्थ+समृद्ध भारत के लिये नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाना है. पश्चिम बंगाल की जनता मोदीजी के साथ खड़ी है, मेरा बंगाल रहना कर्तव्य है, इसलिए मैंने चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया है.’
विजयवर्गीय ने एक बाद एक लगातार तीन ट्वीट किए हैं. पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ‘भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता का सिद्धांत है. Nation First-Party Second-Self Last. जहां सवाल देशहित और पार्टी हित का हो वहां स्वयं का कोई महत्व नहीं रह जाता. हमारे सामने पश्चिम बंगाल में पार्टी को अधिकाधिक सीटे जिताने का लक्ष्य है,यह लक्ष्य जितना बड़ा है उतनी ही बड़ी चुनौती भी है.’ आखिरी ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ‘आशा है कि आप भी देशहित एवं पार्टीहित के मेरे निर्णय से सहमत होंगे व पार्टी जिन्हें भी प्रत्याशी बनायेगी, उनकी जीत के लिये, जी जान से जुट जायेंगे.
मेरी न सिर्फ इंदौर बल्कि पूरे देश के मतदाताओं से विनती है कि NDA जैसी मजबूत सरकार एवं मोदीजी जैसे मजबूत PM के लिए मतदान करें. यही विनय.’ बता दें, कैलाश विजयवर्गीय अभी पश्चिम बंगाल के प्रभारी हैं. हालही कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि पार्टी पश्चिम बंगाल में 42 में से 30 लोकसभा सीटों पर चुनाव जीत सकती है क्योंकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ ‘जबर्दस्त माहौल’ है. विजयवर्गीय ने पार्टी कार्यालय में कहा था, ‘हम पश्चिम बंगाल में करीब 23 सीट की उम्मीद कर रहे हैं… अब वर्तमान स्थिति में तृणमूल के खिलाफ जबर्दस्त माहौल है, ऐसे में 30 सीट बहुत संभव प्रतीत हो रहा है.’ उन्होंने दावा किया था कि लोकसभा चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भाजपा में शामिल होंगे और राज्य सरकार छह महीने के भीतर गिर जाएगी.