नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह बीजेपी की ओर से उछाले गए भावनात्मक मुद्दों में फंसने की जगह जनता को उन मुद्दों से जोड़ने की कोशिश करेगी, जो हकीकत में उसकी जिंदगी को प्रभावित करते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी संकेत किए हैं कि उनकी पार्टी गैरजरूरी मुद्दों पर चर्चा की जगह लोकसभा चुनाव को आर्थिक मुद्दों पर लड़ेगी, जिसमें न्यूनतम आय गारंटी, कृषि ऋण माफी, रोजगार, नोटबंदी और जीएसटी को गलत तरह से लागू करने जैसे मुद्दे शामिल होंगे. हाल ही में पार्टी की पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव बनाई गईं प्रियंका गांधी ने गांधीनगर में पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक के बाद आयोजित रैली में पहली बार लोगों को संबोधित किया, और उनके संबोधन ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह आम चुनाव में पार्टी के लिए भीड़ खींचने वाली नेता साबित हो सकती हैं.
प्रियंका गांधी ने भी पार्टी और देश के लिहाज से अतिमहत्वपूर्ण हो चले इस लोकसभा चुनाव को जनता से सीधा ताल्लुक रखने वाले मुद्दों पर लड़ने की तरफ इशारा किया है. प्रियंका गांधी ने गुजरात में आयोजित रैली में लोकसभा चुनाव को आजादी की दूसरी लड़ाई करार दिया और लोगों से कहा कि वे जिन वास्तविक समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उसे हरगिज न भूलें, क्योंकि भाजपा नेतृत्व वाली सरकार इन मुद्दों को राष्ट्रवाद, पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर हवाई हमले की आड़ में धकेल देना चाहती है. उन्होंने कहा कि वह गुजरात और साबरमती आश्रम पहली आर आई हैं और उन्होंने जनसमूह के साथ एक भावनात्मक जुड़ाव बनाने की कोशिश की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनकी सरकार पर तीखे हमले किए.
इसके विपरीत कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी पर सीधा हमला किया और उन्हें भ्रष्ट और चोर कहा. गांधी ने भाजपा पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी को सिर्फ अपने एक धनी मित्र की चिंता है और उन्हें किसानों, आम लोगों की चिंता नहीं है.उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आने पर यह काम करेगी. व्यापार व व्यवसाय की संस्कृति के लिए जाने जानेवाले राज्य में राहुल ने एक बड़ी घोषणा यह की कि सत्ता में आने पर कांग्रेस जीएसटी के ढांचे में सुधार करेगी और मौजूदा पांच के बजाय ‘सिंगल जीएसटी रेट’ का रूप देगी. राहुल ने जनसभा में मौजूद लोगों को बताया कि कांग्रेस राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सत्ता में आने के बाद किस तरह दो दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ किया. उन्होंने मोदी पर युवाओं के लिए दो करोड़ नौकरियां पैदा करने का वादा पूरा न करने का आरोप भी लगाया.