लखनऊ / पटनाः बिहार में एनडीए के अंदर शुक्रवार को हलचल मच गई. एक तरफ दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और जेडीयू अध्यक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीट शेयरिंग को लेकर कहा कि फैसला हो चुका है. बिहार में एनडीए के चारों घटक दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे. वहीं, दूसरी ओर बिहार में आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात कर रहे थे.उपेंद्र कुशवाहा और तेजस्वी यादव की मुलाकात के बाद बिहार में सियासत गरम हो गई. मुलाकात के बाद ही कयासों का बाजार गरम हो गया. ऐसा माना जाने लगा कि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए छोड़ने का मन बना लिया है. इसलिए तेजस्वी यादव से मुलाकात कर रहे हैं. वहीं, तेजस्वी यादव ने उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की फोटो ट्वीट कर शेयर की.
हालांकि, तजेस्वी यादव से मुलाकात के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह केवल शिष्टाचार मुलाकात हुई है. यह संयोग था कि वह भी यहां मौजूद थे. उनसे किसी तरह की बात नहीं हुई है. बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा और तेजस्वी यादव अरवल में स्थित सर्किट हाउस में मुलाकात की है.
वहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर भी कहा कि अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है. बीजेपी अलग-अलग सभी पार्टियों से मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि फॉर्मूले का कोई अंत नहीं है. फैसला 5-5 सीट या 15-15 सीट या 25-25 सीट भी हो सकता है. लेकिन अभी कुछ तय नहीं हुआ है.
वहीं, दिल्ली में अमित शाह ने नीतीश कुमार के साथ मुलाकात के बाद प्रेंस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बीजेपी और जेडीयू बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. साथ ही उन्होंने कहा कि एनडीए के बाकी सहयोगी दलों को भी सम्मानजनक सीट दी जाएगी. वहीं, उन्होंने कहा कि नई पार्टी एनडीए में शामिल हुई है तो सभी दलों को कम सीटें मिल सकती है.
हालांकि तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद सियासत शुरू हो गई. माना जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी से मुलाकात कर अपना बी प्लान भी तैयार रखा है. अगर उन्हें एनडीए में मन मुताबिक सीट नहीं मिली तो वह किसी तरह का फैसला लें सकते हैं.