लखनऊ/पटना : अगले साल वर्ष 2019 में होनेवाले लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला तय कर लिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा सूत्रों के अनुसार बिहार में एनडीए ने 20-20 के फॉर्मूला तैयार किया है. हालांकि, इनमें फेरबदल की गुंजाइश से इनकार नहीं किया जा सकता है.
भाजपा सूत्रों के मुताबिक अगले साल होनेवाले लोकसभाव चुनाव के मद्देनजर एनडीए में बिहार की सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला तय कर लिया गया है. इनमें भाजपा 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी. वहीं, लोकसभा की 40 सीटों वाले बिहार में अन्य 20 सीटों में से जदयू को 12 सीटें देने का प्रस्ताव है. जबकि, एनडीए के सहयोगी राम विलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी को पांच सीटें दी जा सकती हैं. हलांकि एलजेपी के पास फिलहाल 6 सांसद हैं. लेकिन बंटवारे में एलजेपी को नुकसान होता दिख रहा है. बंटवारे के बाद एलजेपी के खाते में 5 सीटें आतीं दिख रहीं है जबकि 2014 के चुनाव में एलजेपी 7 सीटों पर चुनाव लड़ी थी.
वहीं, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी अगर एनडीए के साथ बिहार में चुनाव लड़ती है, तो उसे दो सीटें दी जायेंगी. साथ ही, पार्टी से निलंबित सांसद अरुण कुमार को भी मैदान में उतारने की बात कही जा रही है. बताया जाता है कि जदयू को रिझाने के लिए जरूरत पड़ने पर झारखंड में एक सीट चुनाव लड़ने के लिए दी सकती है.
इससे पहले खबरें थीं कि जेडीयू बिहार में 25 सीटों की मांग कर रही है. जेडीयू का कहना था कि न तो ये साल 2014 है और ना ही जेडीयू पहले जैसी है. मतलब साफ था कि अब राज्य में जेडीयू की सरकार है तो अब उनका दावा भी ज्यादा सीटों पर है. लेकिन इन सबके बीच सुलह का फॉर्मूला निकलने का दावा किया जा रहा है.