लखनऊ /पटनाः बिहार में एक रूपये का सिक्का को लेकर काफी भ्रम फैला हुआ है. लिहाजा लोग एक रुपये के सिक्का का चलन बंद होते जा रहा है. इस वजह से बाजार में लोगों को काफी परेशानियां भी झेलनी पड़ रही है. एक रुपये के सिक्के के चलन को बाहर करने की बिहार में अफवाह फैलाई गई. वहीं, शिकायत है कि बैंक भी सिक्के लेने से इनकार करती है. आरबीआई का कहना है कि लोग सिक्के अक्सर जमा करते हैं. और बिहार में इस तरह के भ्रम से काफी नुकसान हो रहा है. अब आरबीआई सिक्के के प्रचलन को लेकर काफी सख्त हैं
आरबीआई के द्वारा बिहार में पूरे वर्ष वित्तीय साक्षरता अभियान चलाया जाता है. वित्तीय साक्षरता अभियान के तहत इस हफ्ते विशेष जोर दिया जा रहा है. इसके लिए आरबीआई ने विशेष इंतजाम किए हैं. आरबीआई ने वित्तीय साक्षरता अभियान के तहत लोगों को जागरुक करने का काम किया जाएगा.
साथ ही आरबीआई ने साफ कर दिया है कि एक रुपये के तमाम आकार के सिक्के बाजार और बैंक में चलेंगे. आरबीआई के निदेशक टीएन टोपो ने कहा कि सिक्के नहीं लेने पर संबंधित बैंक पर कार्रवाई की जाएगी. आरबीआई से इसकी शिकायत सीधे की जा सकती है. अगर शिकायत सही पाया जाएगा तो बैंकों पर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, एक रुपये के सिक्के को लेकर बिहार के लोगों में जो भ्रम फैला है उसे दूर करने के लिए जागरुकता के तहत रथ रवाना किया गया है. जो वित्तीय साक्षरता के तहत जागरुकता फैलाने के काम करेंगे. यह रथ बिहार के अलग-अलगल हिस्सों में जाएंगे और वित्तीय साक्षरता अभियान को सफल बनाने का काम करेंगे.
आरबीआई निदेशक ने कहा लोगों के पास काफी संख्या में सिक्का जमा हो गया है. इसलिए बैंकों को स्पष्ट दिशानिर्देश दिया गया है कि कोई भी व्यक्ति बैंक में सिक्का जमा करना चाहे तो बिना किसी सीमा के बैंक में सिक्के जमा कर सकते हैं. साथ ही बाजार में भी इसे लेने से कोई इनकार नहीं कर सकता है. अगर शिकायत मिलती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी. क्वॉइन एक्ट के तहत एक रुपये का सिक्का लेना होगा