नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बृहस्पतिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जम्मू कश्मीर और भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया। अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र के फैसले के बाद पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए भारतीय सेना हाई अलर्ट पर है। रक्षा मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को आज जम्मू कश्मीर और भारत पाक सीमा पर घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी। समूची स्थिति नियंत्रण में है और सशस्त्र बल हाई अलर्ट पर हैं तथा स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं।”
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने भारत और पाकिस्तान से अत्यधिक संयम बरतने को कहा और शिमला समझौते का जिक्र किया जो इस मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को नकारता है। गुतारेस का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया है। पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को ‘‘एकपक्षीय और अवैध” करार देते हुए कहा है कि वह इस मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाएगा। गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि महासचिव जम्मू कश्मीर में स्थिति पर नजर रख रहे हैं और अत्यधिक संयम बरतने की मांग करते हैं। दुजारिक ने खास तौर पर कहा कि महासचिव ने भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर 1972 में हुए शिमला समझौते का जिक्र किया जो यह कहता है कि जम्मू कश्मीर पर कोई भी हल संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के मुताबिक शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जाएगा। गुतारेस ने यह भी कहा कि सभी पक्ष ऐसे कदम उठाने से बचें जो जम्मू कश्मीर की स्थिति को प्रभावित करते हों।
नार्दर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने शुक्रवार को किसी भी विपरीत स्थिति से निपटने के लिए सभी रैंक के अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल की प्रतिक्रिया ‘ सशक्त और प्रभावी’ होनी चाहिए। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल सिंह के साथ 16 कोर कमांडर के लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने राजौरी जिले की नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकियों और रामबन जिले के दूरदराज क्षेत्रों का दौरा किया।
प्रवक्ता ने बताया कि वह जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाए जाने के बाद मौजूदा सुरक्षा स्थिति और अभियान की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने सैनिकों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि विरोधियों को ‘ सशक्त और प्रभावी’ प्रतिक्रिया मिले। प्रवक्ता ने बताया कि चंद्रकोट सेक्टर की दूरदराज चौकियों के निरीक्षण के दौरान उन्हें यहां के कमांडरों ने अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों के खत्म होने के बाद मौजूदा सुरक्षा स्थितियों और किसी भी विपरीत स्थिति से निपटने की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डोडा-किश्तवाड़-रामबन क्षेत्र में स्थिति शांतिपूर्ण है और लोगों की रोजाना जरूरतें कुछ प्रतिबंध के बाद भी पूरी हो पा रही हैं।