नई दिल्ली: केरल के कई ज़िलों में भी बाढ़ की वजह से लोगों को दोतरफा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ के पानी से लड़ने की चुनौती के साथ यहां लोग लगातार हो रहे भू-स्खलन का भी सामना कर रहे हैं. पिछले दो दिनों के अंदर ही राज्य में भूस्खलन की 80 से ज़्यादा घटना हो चुकी है. राज्य में अब तक 60 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं कन्नूर में मछुआरे और प्रांतीय सेना साझा तौर पर बाढ़ प्रभावित इलाक़ों में राहत और बचाव का काम कर रही है. वायनाड के कलेक्टर ने बताया है कि अपना घर और संपत्ति को छोड़कर 1 हज़ार से ज़्यादा लोग स्कूल और शेल्टर्स में रह रहे हैं. बाढ़ के चलते लोगों के घर में रखा सारा सामान बाढ़ में बह गया है. बारिश और बाढ़ की वजह से पश्चिम महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में हालात बिगड़ते जा रहे हैं.
आपदा प्रबंधन की टीम और एनडीआरएफ़ की टीम लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है. पश्चिम महाराष्ट्र की बात करें तो कोल्हापुर, सांगली सबसे अधिक प्रभावित हैं. महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली में बाढ़ में घिरे चार लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. इन इलाक़ों में हजारों परिवार अपना घर छोड़ने पर मजबूर हैं. बाढ़ की चपेट में आने से राज्य में 29 लोगों की मौत हो चुकी है. महाराष्ट्र के कोल्हापुर में बाढ़ की वजह से कई ट्रक पिछले 7 दिनों से फंसे हैं. इसकी वजह से ट्रकों में रखा सामान बरबाद हो रहा है. ऐसे ही एक ट्रक में रखा 30 टन आलू ख़राब हो गया है जिसकी क़ीमत क़रीब 5 लाख रुपये है. महाराष्ट्र में प्रभावित लोगों को अब राज्य सरकार की ओर से 10 किलो चावल और गेहूं दिया जा रहा है तो वहीं इसमें भी राजनीति शुरू हो गई है. महाराष्ट्र सरकार की ओर से दिए जा रहे राहत सामग्री में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और स्थानीय विधायक की तस्वीर लगी हुई है.
महाराष्ट्र में दो महीनों बाद विधानसभा चुनाव हैं और उससे पहले अब ऐसे पोस्टर राहत पैकेज में देखने मिल रहे हैं. गुजरात में भी बाढ़ का कहर जारी है. यहां भारतीय वायु सेना लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई है. जामनगर के जोडिया इलाक़े में बाढ़ में फंसे 42 लोगों को वायु सेना ने हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया है. मुश्किल हालात में फंसी एक बच्ची को वायु सेना के जवानों ने समय रहते बचा लिया. राज्य में बाढ़ की चपेट में आकर अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है. कर्नाटक का हाल भी इससे कुछ अलग नहीं है. जहां बाढ़ की वजह से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों के परिजनों के लिए लिए राज्य सरकार ने पांच लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है..
बाढ़ प्रभावित सवा लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है. दक्षिण कन्नड़ा जिले के बेलतंगड़ी इलाके से 85 लोगों को एनडीआरएफ ने बचाया है. इनमें 2 गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी थे. उत्तर कर्णाटक का बेलगावी और इसके आसपास के इलाके में बाढ़ की त्रासदी का सबसे ज्यादा है. वित्त मन्त्री निर्मला सीतारमण ने इस इलाके का दौरा किया है और गृहमंत्री अमित शाह भी हवाई सर्वेक्षण करेंगे. वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सीएम बीएस येदियुरप्पा पर निशाना साधते हुए कहा है कि येदियुरप्पा की उम्र ज्यादा हो गयी है और उनके पास मंत्रिमंडल भी नहीं है इसीलिए उन्हें बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है, मैं उन्हें ये सलाह दूंगा कि राज्य के चीफ सेक्रेटरी और दूसरे अधिकारी काफी दक्ष हैं, उन्हें राहत का काम करने दें वे अच्छे से काम करेंगे.