शिमला : हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही मच गई है। जानमाल का भारी नुकसान होने की खबर है। कई जगह बादल फटने की सूचना है। प्रदेश में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अब तक छह लोगों की मौत हो गई है दो लोग बह गए हैं। पूरे प्रदेश में कई सड़कें और पुल ध्वस्त हो गए हैं। चंबा के बंदला में दीवार गिरने से दादा-पोती की मौत हो गई। शिमला में भूस्खलन से चार लोग दब गए। शिमला में आरटीओ के पास हुए भूस्खलन में दो बच्चियों की मौत हो गई है। इनमें विशाखा( 15) और दिव्या (18 ) साल है। इनकी मौत हो गई है। जबकि इनके पिता हरिदास ( 46 ) घायल हैं। इनकी हालत भी नाजुक बताई जा रही है। कुल्लू में एक शख्स के बहने की खबर है।शिमला में भूस्खलन में पांच लोग दबे हैं। बचाव कार्य जारी है। घुमारवीं में बादल फट गया है। जबकि बिलासपुर में आठ मकान ध्वस्त हो गए हैं। पांच नेशनल हाईवे समेत 350 से ज्यादा सड़कें बंद हैं।
मनाली में नेशनल हाईवे बह गया है। जबकि कई जगह सड़कें और पुल बह गए। भूस्खलन से कालका शिमला हेरीटेज ट्रैक बंद कर दिया गया है। सभी ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं। भारी बारिश से फसलों को बहुत नुकसान हुआ। रावी और ब्यास नदियों का पानी घरों तक पहुंच गया है। दर्जनों मकान खाली कराए गए हैं। घरहोली में निजी विद्युत परियोजना की मशीनरी पानी में बह गई है। इस बारिश से प्रदेश में अरबों के नुकसान का अंदेशा जताया जा रहा है। बता दें कि, रेड अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार रात से बारिश हो रही है। शनिवार को पालमपुर में बंदला की पहाड़ियों पर बादल फटने से न्यूगल और बनेर खड्ड में बाढ़ आ गई। इससे बंदला के ओम बिजली संयंत्र में छह कर्मचारी फंस गए जिन्हें पुलिस और होमगार्ड ने बचाया। कुल्लू के पतलीकूहल में ब्यास नदी में फंसे दो ट्रक चालकों को भी बचाया गया। चंबा में 15 शिक्षकों को सुरक्षित निकाला गया। कांगड़ा में स्कूल कॉलेजों की छुट्टी कर दी गई। शनिवार को प्रदेश में चार नेशनल हाईवे समेत 323 सड़कें बाधित रहीं। इस कारण मनाली-लेह, धर्मशाला-गगल और भरमौर-पठानकोट नेशनल हाईवे पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। भारी बारिश के चलते प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा भी रोक दी गई है।