चंडीगढ़। सच्चा डेरा के गुरमीत सिंह उर्फ़ राम रहीम को सीबीआई हिरासत में लेने के बाद उनकी घिनौनी हरकतों का खुलासा होने लगा है। बाबा के एक शिष्य ने आरोप लगाया है कि ुंजी पत्नी २०१५ से बाबा के कब्जे में हैं। अभी तक किसी से भी न्याय नहीं मिला है हालाँकि ये मामला भी कोर्ट के संज्ञान में है। पीड़ित ने अब कोर्ट से उम्मीद जताई है कि शायद अब उसकी पत्नी उसको मिल जाए।
जिस गुरमीत राम रहीम को उनके लाखों समर्थक भगवान् की तरह पूजते हैं उसी “भगवन की काली करतूतें अब सबके सामने आने लगी हैं। बाबा की कथित गोद ली हुयी बेटी हनप्रीति के पति ने सीधे तोर पर बाबा पर आरोप लगते हुए कहा है कि बाबा के हनप्रीति से नाजायज सम्बन्ध हैं।
हनप्रीति के पति विश्वास गुप्ता ने साल 2011 में हाईकोर्ट में दायर अपनी याचिका में कहा था कि डेरा प्रमुख भले ही उसकी पत्नी को अपनी बेटी कहते हैं, पर उसके साथ डेरा प्रमुख के अवैध संबंध हैं।
हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका हैं। शुक्रवार को डेरा प्रमुख को दोषी करार दिए जाने के बाद वो उसके साथ हेलीकॉप्टर से रोहतक गई थी, जहां सुनारिया जेल में डेरा प्रमुख को रखा गया है। उसके बाद वह रोहतक से रहस्यमय तरीके से गायब हो गई।
जानिए आखिर कौन है विश्वास गुप्ता –
विश्वास गुप्ता हरियाणा के एक प्रभावशाली परिवार से है। उसके बाबा रुलिया राम गुप्ता करनाल के घरौंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे थे। विश्वास ने अपनी याचिका में कहा था कि उसके बाबा डेरे के भक्त थे। उन्होंने डेरा प्रमुख के आदेश पर अपनी सारी संपत्ति बेचकर उससे मिला धन डेरे के स्वामित्व वाली फैक्टियों में लगा दिया था। डेरा प्रबंधन ने तब कहा था कि जब भी गुप्ता कहेंगे उनका पैसा वापस कर दिया जाएगा। उसके बाद से ही उसका परिवार डेरे में रहने लगा।
विश्वास के मुताबिक 11 फरवरी 1999 को डेरा प्रमुख ने अपनी कथित पुत्री से उसकी शादी तय की थी। सत्संग के दौरान शादी तो हो गई, लेकिन लड़की को एक बार भी उसके साथ नहीं भेजा गया। विश्वास की मानें तो शुरू में उसे लगता था कि हनीप्रीत डेराप्रमुख की बेटी है। लेकिन जब वो रात में भी डेरा प्रमुख के कमरे में रहती तो उसे शक होने लगा। इसीलिए उसने हनीप्रीत को अपने साथ रखने के लिए जोर भी दिया, लेकिन इसके बाद से ही उसके परिवार को जान से मारने की धमकी मिलने लगी। हालांकि बाद में इस केस में समझौता हो गया और हनीप्रीत ने विश्वास से तलाक ले लिया