नई दिल्ली: बाढ़ की वजह से केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भीषण तबाही हुई है. केरल में सबसे ज़्यादा लोगों की मौत हुई है. यहां मृतकों का आंकड़ा 85 हो गया है जबकि 53 लोग लापता हैं. राज्य में 13 सौ से ज़्यादा राहत शिविर बनाए गए हैं. जिसमें क़रीब ढाई लाख लोगों ने शरण ली है. राहत शिविरों में प्रशासन लोगों को सभी ज़रूरी चीज़ें मुहैया करवा रहा है. पूरे केरल से राहत और बचाव की कई जज़्बे की तस्वीरें सामने आ रही हैं. लोगों को लगातार सेना, NDRF और SDRF की टीमें बचाने में जुटी हैं. वहीं राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड पहुंचे हैं जो बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. कर्नाटक के तटीय इलाक़ों में प्रचंड बाढ़ है, जिसमें कम से कम 40 लोगों की मौत हो चुकी हैं, अगले 4 से 5 दिन बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
एक तरफ़ सीएम येदियुरप्पा हवाई सर्वेक्षणों से लेकर ज़मीनी दौरे कर रहे हैं. बेलगाम में बारिश के पानी से हालात बेकाबू हो चुके हैं. सड़कें, गलियां और यहां तक कि घर भी डूब गए हैं. ऐसी नौबत के बाद धूप लेने मगरमच्छ को एक घर की छत पर आना पड़ा है. वो जब तक जबड़े बंद नहीं करता, तब तक ऐसा लगता है जैसे मगरमच्छ की कोई मूरत हो. पश्चिम महाराष्ट्र के कई ज़िले बाढ़ से बेहाल हैं. बाढ़ में 43 लोगों की मौत हो गई है. जबकि तीन लोग अब भी लापता हैं. बाढ़ की वजह से साढ़े चार लाख से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है. सांगली और कोल्हापुर के हालात सबसे ज़्यादा ख़राब हैं. यहां के कई इलाकों में 7 से 8 फुट पानी भर गया है. कई घरों की पहली मंज़िल तक पानी पहुंच गया है. सेना, NDRF और SDRF की टीमें लगातार फंसे लोगों को बचाने में जुटी है. वहीं यहां के कुछ इलाकों में पानी कम हो रहा है जिससे बीमारियों का ख़तरा बढ़ रहा है.