ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में स्तिथ बाईक बोट कम्पनी द्वारा आमजन के साथ किए गए फर्जीवाड़े के विरूद्ध नोएडा पुलिस कम्पनी के डायरेक्टरों को ढूंढकर गिरफ्तार कर रही है। नोएडा पुलिस ने इसी अभियान के तहत बाईक बोट के तीन वांछित डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त बाईक बोट पावर्ड बाई गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड नामक कम्पनी के बाईक बोट घोटाले से सम्बन्धित पंजीकृत करीब 46 मुकदमों के लिए गठित की गई एसआईटी द्वारा की जा रही विवेचना में करीब 2 माह से वांछित चल रहे हैं। अभियुक्तगण जोकि कम्पनी में एडीशनल डायरेक्टर के पद पर कार्यरत रहे हैं, उन्हें आज नोएडा पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल, काफी लंबे समय से फरार चल रहे आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आर्मी से रिटायर हवलदार की मिलीभगत से आर्मी के हजारों सेना नायकों को बाइक बोट कंपनी में जोड़कर लाखों करोड़ों की ठगी की गई थी। पुलिस ने एसआईटी टीम द्वारा तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इनमें सें हरीश कुमार जोकि पूर्व में आर्मी में हवलदार के पद पर तैनात था इसी ने आर्मी और तमाम सेनानायक रिटायर्ड लोगों को बाइक वोट जैसी कंपनी में शामिल होने का झूठा झांसा दिया था।
हरीश, राजेश और विशाल को बाइक बोट धोखाधड़ी मामले में फरार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। यह तीनों आरोपी बाइक बोर्ड कंपनी में डायरेक्टर के पद पर तैनात थे। एसआईटी टीम द्वारा संजय भाटी समेत अभी तक 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है। संजय भाटी ने कोर्ट में खुद को सरेंडर किया था अब तक पुलिस की कार्रवाई में बाइक बोट धोखाधड़ी 12 अभिव्यक्ति के खिलाफ 25000 का इनाम भी घोषित कर दिया गया है और बाइक बोट सें संबंधित जो बैंक खाते हैं उनको भी सीज कर दिया गया है।
इस प्रकरण में अब तक विवेचना से 18 बैंक खाते फ्रीज करायें गये हैं। जिसमें विभिन्न कम्पनीयों व व्यक्तियों से लगभग 3 से 4 हजार करोड़ का ट्रान्जेक्शन होना पाया गया है। इस प्रकार अभी तक इस प्रकरण में एसआईटी द्वारा कम्पनी के नाम पर पंजीकृत तकरीबन 8.75 करोड कीमत के वाहनों का जब्तीकरण किया गया है। एसआईटी द्वारा की जा रही विवेचना में और भी अभी कार्यवाही प्रचिलित है। गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म के ठग हैं। जिनके विरुद्ध पुलिस ने आवश्यक वैधानिक कार्यवाही कर जेल भेज दिया है।