अशाेक यादव, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहराइच आकांक्षात्मक जिले की श्रेणी से निकलकर विकसित जनपद की ओर बढ़ रहा है। डेढ़ महीने में दूसरी बार बहराइच पहुंचे योगी ने केडीसी चौराहे पर स्थापित महाराणा प्रताप की मूर्ति का अनावरण किया।
अब यह चौराहा महाराणा प्रताप के नाम से जाना जाएगा। योगी ने 264 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही 70 करोड़ की लागत से विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व किट भी प्रदान किया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को पूर्वाह्न बहराइच पहुंचे। उन्होंने सर्वप्रथम महाराणा प्रताप की मूर्ति का अनावरण किया। इसके बाद केडीसी मैदान स्थित पंडाल में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जिन महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा का शनिवार को लोकार्पण हुआ है।
उनका जन्म राजस्थान की धरती पर हुआ था। विदेशी आक्रान्ता भारत की धर्म और संस्कृति के साथ-साथ स्वाधीनता को रौंदने का काम रहे थे। उस कालखण्ड में महाराणा प्रताप ने राजस्थान की धरती से भारत की स्वाधीनता उस शौर्ययज्ञ में जो आहुति दी उसका आज हर भारतवासी कृतज्ञ है।
बहराइच का चित्तौरा नामक स्थान जहां विदेशी अक्रान्ताओं को मुंहतोड़ जवाब देते हुए महाराजा सुहेलदेव के नेतृत्व में हिन्दू राजाओं ने आक्रान्ताओं को धूल चटाया उनका संहार किया था। चित्तौरा की वह भूमि पयागपुर के राजा ने ही प्रदेश सरकार को ट्रस्ट बनाने के लिए दी है जिस पर सुहेलदेव स्मारक बन रहा है, जो लंबे कालखण्ड तक भारतीय जनमानस को प्रेरणा प्रदान करता रहेगा। उन्होंने कहा कि यहां बाढ़ से बचाव, सड़क, बिजली व अन्य सामान्य नागरिक जीवन में खुशहाली लाने वाली योजनाएं शामिल हैं, जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार अनेक कार्यक्रम चला रही है।
बहराइच आकांक्षात्मक जिलों में रहा है। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने मिलकर जिले को तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ाकर विकास प्रक्रिया का हिस्सा बनाया है। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, कौशल विकास, रोजगार, बाढ़ से बचाव, शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के क्षेत्र में जो प्रगति पिछले साढ़े तीन चार वर्षों में हुई है यह अभूतपूर्व है।
यह जनपद आकांक्षात्मक से सामान्य और फिर विकसित जनपद ओर बढ़ रहा है। बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, चंदौली, सोनभद्र, फतेपुर, चित्रकूट ये आठ आकांक्षात्मक जनपद हैं जिन्हें विकसित जनपद के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रदेश सरकार ने कार्य प्रारम्भ कर दिया है।
भारत सरकार के सहयोग से सभी योजनाएं आगे बढ़ रही हैं। बहुत से ऐसे पैरामीटर हैं जिसमें बहराइच ने अच्छी जंप लगाई है। जिससे यहां की राह आसान हो रही है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत गरीबों को शौचालय, आवास उपलब्ध कराने काम हो हम लोगों ने चार वर्षों में प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 40 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराने में सफलता प्राप्त की है।
बिजली से जुड़ी कई योजनाओं का लोकार्पण हुआ है। आजादी के बाद अब तक जहां बिजली नहीं पहुंच पाई थी वहां बिजली पहुंचाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। जल जीवन के विषय में हर एक परिवार तक पाइप के जरिए नल की सुविधा का कार्य चल रहा है।
योगी ने कहा कि अशुद्ध जल बीमारी की जड़ है। बहराइच नेपाल की तराई का जनपद है। गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन मण्डल जितने नेपाल की तराई से जुड़े जिले हैं वहां कई तरह के संचारी रोग फैलते रहे हैं। उनमें दिमागी बुखार भी है। प्रति वर्ष इन क्षेत्रों में हजारों बच्चों की मौतें होती हैं। जिसका कारण गंदगी और अशुद्ध जल है।
हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल मुहैय्या हो जाए, तो आधी से अधिक बीमारी स्वत: समाप्त हो जाएगी। प्रदेश सरकार दिमागी बुखार को 75 प्रतिशत रोकने व 85 प्रतिशत मौतें रोकने में सफलता प्राप्त की है। जिसमें स्वच्छ भारत मिशन और शुद्ध पेयजल आपूर्ति दो प्रमुख कारण रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में जिस भी गरीब ने इलाज के लिए आवेदन किया।
जिलाधिकारी से प्रमाणित कराकर उसे तत्काल इलाज के लिए धनराशि उपलब्ध कराई गई। अब तक गरीब परिवारों के इलाज पर 900 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। बहराइच विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंच सके इसके लिए बेहतरीन स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में महाराजा सुहेलदेव के नाम से मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया जा चुका है।
यहां आने वाले समय में धीरे-धीरे ऐसे विशेषज्ञों की तैनाती होगी जिससे लोगों को मुम्बई दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा बल्कि आस-पास के जिलों के लोग भी अपना इलाज कराने बहराइच आएंगे। देवीपाटन प्रदेश का ऐसा पहला मण्डल है बन गया है जहां चार में तीन जिलों में मेडिकल कॉलेज होगा।