बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में बाइक से आए तीन बदमाशों ने मंगलवार को एक प्रापर्टी डीलर और बसपा विधानसभा प्रभारी हाजी एहसान तथा उनके भांजे की दिन दहाडे़ हत्या कर दी और फरार हो गये. पुलिस के अनुसार थाना नजीबाबाद में गुरूद्वारे के निकट स्थित परिसर में बहुजन समाज पार्टी के विधानसभा प्रभारी हाजी एहसान भांजे शादाब के साथ अपने प्रॉपर्टी बिजनेस और पार्टी ऑफिस मे मंगलवार दोपहर लगभग ढाई बजे बैठे थे तभी कॉम्प्लेक्स के बाहर काले रंग की बाइक पर तीन लड़के आए. पुलिस के मुताबिक उनमे से एक लड़का बाहर रुक गया, जबकि दो लड़के हाथ में मिठाई का डिब्बा लिए अंदर ऑफिस में प्रवेश किये.
उन्होंने हाजी एहसान से नाम पूछकर डिब्बे में से पिस्तौल निकाला और गोली चला दी, इस पर भांजे ने रोकना चाहा तो हमलावरों ने उसे भी गोली मार दी और तीनों मौके से फरार हो गये. पुलिस ने बताया कि इस हमले में दोनों की मौत हो गयी. पुलिस क्षेत्राधिकारी महेश कुमार का कहना है कि अभी कोई दुश्मनी सामने नहीं आयी है, हत्यारों की तलाश के लिए टीम गठित की गयी है. बता दें, इससे पहले अमेठी की नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के खास सहयोगी पूर्व ग्राम प्रधान की हत्या कर दी गई थी. हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार को तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया थी.पूर्व ग्राम प्रधान की हत्या के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह को निर्देश दिये थे कि इस मामले में तुरंत कड़ी कार्रवाई की जायें. अमेठी के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि इस मामले में पांच लोगों को हत्या और आपराधिक साजिश का आरोपी बनाया गया है, जिसमें से बीडीसी रामचन्द्र, धर्मनाथ और नसीम को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि शेष दो आरोपियो की तलाश में पुलिस टीम लगी हुई है. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 315 बोर की एक देशी पिस्तौल, कट्टा आदि बरामद किये है. पुलिस अधीक्षक ने साथ ही बताया कि घटना पुरानी रंजिश के चलते हुई है.
प्रधानी के चुनाव के समय से इनमें आपस मे तनाव था और मुकदमे भी चले है. एसपी ने लोकसभा चुनाव को लेकर हत्या के संबंध में कहा कि ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया है और न ही बीडीसी रामचंद्र कांग्रेस का कार्यकर्ता है. उधर लखनऊ में पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने यहां पत्रकारों को बताया कि ‘हमने अमेठी हत्याकांड में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है जबकि दो संदिग्ध अभी भी फरार है.’ उन्होंने बताया कि ‘लिस ने सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी जिसमें से तीन लोगों का संबंध इस हत्याकांड में पाया गया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.’