अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि इसके लिए सावधानी जरूरी है और इसके बचाव के लिए प्रदेश में मुकम्मल तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को बलिया में अपने चार घंटे के प्रवास के दौरान उन्होंने जिला अस्पताल के कोविड सेंटर का निरीक्षण किया और मरीजों से मुलाकात की।
उन्होंने मरीजो से पूछा कि यह व्यवस्था केवल आज के लिए की गई है कि पहले भी रहती है। कोविड वार्ड का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ट्रामा सेंटर के वैक्सीनेशन केंद्र पहुंचे और वहां तैनात एएनएम व जीएनएम से पूछताछ की। अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री हनुमानगंज विकासखंड के हैबतपुर गांव पहुंचे और वहां बीस मिनट तक रहे।
गांव में उन्होंने छोटे बच्चों से बातचीत की और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से गरीबों को फ्री राशन देने के कार्यक्रम को देखा। इस मौके पर पांच लाभार्थियों को राशन वितरण करने के साथ ही उनसे पूछताछ भी की। बाद में योगी कलेक्ट्रेट गए और वहां जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिले की स्थिति की समीक्षा की। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर अब पूर्ण नियंत्रण की ओर है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बारे में आशंका व्यक्त की जा रही थी कि मई माह के अंत तक यहां संक्रमितों की संख्या तीस से पचास लाख होगी। लेकिन यहां संक्रमितों की संख्या अब छह हजार तक सीमित हो गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के नियंत्रण में निगरानी समितियों का कार्य काफी सराहनीय रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए प्रत्येक जिले में अभिभावक बूथ बनाए गए हैं जहां बारह वर्ष से कम आयु के बच्चों के अभिभावकों का वैक्सीनेशन का कार्य तेजी पर है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से बचाव के लिए जिलों में दवाओं को पहुंचाने का कार्य तेजी पर है। दवा वितरण के लिए आयु के अनुसार चार ग्रुप 0- 1, 1- 5,5 – 12 व 12-18 बनाए गए हैं।
योगी ने कहा कि जिस अवधि में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है वह समय संक्रमण का होता है। मलेरिया, चिकनगुनिया, वायरल बुखार आदि के फैलने का समय होता है। इससे भयभीत होने की आवश्यकता नहीं बल्कि इससे सुरक्षा के उपाय किए जाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक जिले में पीकू वार्ड बनाए जाने का कार्य प्रगति पर है।