बरेली: बहेड़ी के क्योहड़िया में जैक से लिंटर ऊंचा उठाने की कोशिश में बड़ा हादसा हो गया। जैक के चलते असंतुलित होने पर पूरा लिंटर भरभराकर मजदूरों के ऊपर गिर गया। बाकी तो आनन-फानन भाग निकले लेकिन दस मजदूर मलबे में दब गए। उनमें से चार की हालत गंभीर बनी हुई है। गांव में रहने वाले लियाकत का घर सौ वर्ग गज में बना हुआ है। पूरे मकान का लिंटर करीब दस फीट ऊंचाई पर था। उसे दो फीट और ऊंचा उठवाने के लिए उन्होंने सितारगंज के ठेकेदार फरियाद व शहनबाज से संपर्क किया था। गुरुवार सुबह को एक वाहन में 28 मजदूरों को लेकर दोनों ठेकेदार गांव पहुंच गए। सुबह लिंटर उठाने के लिए चारों ओर कई जैक लगाए गए। सभी मजदूर अलग-अलग स्थान पर खड़े होकर जैक कस रहे थे। इसी दौरान मकान के पिछले सिरे के जैक ज्यादा उठे और अगले सिरे के कम। इससे लिंटर करीब एक फीट ऊपर उठ तो गया मगर असंतुलित हो गया।
किनारे की कुछ ईंटें गिरने लगीं तो मजदूरों में अफरातफरी मच गई। कुछ बचने के लिए बाहर की ओर भागने लगे, इतने में पूरा लिंटर भरभराकर नीचे गिर गया। जिस वक्त हादसा हुआ, उस समय 18 मजदूर तो बचकर निकल चुके थे मगर, दस मलबे में ही दब गए। उनकी मदद के लिए ग्रामीण सब्बल आदि लेकर दौड़ पड़े। पुलिस को फोन कर बुला लिया गया। साढ़े नौ बजे हादसा हुआ और करीब बारह बजे दबे मलबा हटाकर मजदूरों का बाहर निकाला जा सका। साढ़े तीन घंटे की मशक्कत के बाद जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। करीब बारह बजे वीरेंद्र कुमार सिंह व एसएसपी शैलेश कृष्ण मौके पर पहुंचे। उनकी आने की सूचना पर पुलिस ने एंबुलेंस और जेसीबी मंगवाई। हालांकि उससे पहले ग्रामीण घायलों को मलबे से बाहर निकाल चुके थे। इन दस में तीन को मामूली चोटें आईं, इसलिए वे घर चले गए। हालत गंभीर होने पर आसिफ, शहरोज, अशफाक, शहदाब को जिला अस्पताल भेजा गया। जबकि जुबैर, नावेद, इमरान को नवाबगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है।