नयी दिल्ली / लखनऊ : माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि मार्क्सवाद ‘‘ठोस स्थितियों के ठोस आकलन’’ पर आधारित है और दर्शन में सच्चा विश्वास करने वाला स्थिति का आकलन करता है और बदलती स्थितियों को अपनाता है। भाजपा से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की वकालत को लेकर माकपा के कुछ धड़े द्वारा आलोचनाओं का शिकार बने येचुरी ने कम्युनिस्ट चीन की सफलता का जिक्र किया जो ‘‘बदलती स्थितियों को अपनाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मार्क्सवाद ठोस स्थितियों के ठोस विश्लेषण पर आधारित है। जैसे ही स्थितियां बदलती हैं, अगर आपका विश्लेषण नहीं बदलता है तो मेरे विचार से आप मार्क्सवादी नहीं हैं। ’’सीताराम येचुरी अप्रैल में पार्टी के शीर्ष पद के लिए फिर से निर्वाचित हुए थे। उन्होंने कहा कि ‘‘ सामाजिक व्यवस्था को ध्वस्त करने वाले कारणों पर हमले से केवल मार्क्सवाद ही लड़ सकता है।’’ उन्होंने भारत में दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमला करने वाले ‘‘ निजी सेनाओं के उदय ’’ की तुलना इटली के फासीवादियों से की और कहा कि वर्तमान सामाजिक व्यवस्था पर इस तरह के हमले का मुकाबला विचारधारा के स्तर पर किया जाना चाहिए। जम्मू – कश्मीर के कठुआ में जनवरी में आठ वर्षीय लड़की से बलात्कार और हत्या का भी जिक्र किया।
बदलती स्थितियोंनुसार आपका विश्लेषण नहीं बदलता है तो मेरे विचार से आप मार्क्सवादी नहीं हैं : सीताराम येचुरी
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