अशाेक यादव, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि हर साल लाखों नौकरियां देने का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा झूठा साबित हुआ है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा की खराब नीतियों के कारण बेरोजगारी ने अपना विकराल रूप दिखाया है। इस बेकारी ने जहां हजारों युवाओं का भविष्य अंधकारमय कर दिया है, वहीं हर साल लाखों नौकरियां देने के मुख्यमंत्री के दावे का झूठ भी सामने ला दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हर साल लाखों लोगों को रोजगार देने का दावा करते नहीं थकते थे, मगर सच यह है कि शिक्षकों की भर्ती हो या डॉक्टरों की अथवा विभागीय रिक्तियों की, हर जगह रुकावटें दिखती हैं। वर्ष 2016 में तत्कालीन समाजवादी सरकार के कार्यकाल में दारोगा के पदों पर भर्ती हुई थी। उसमें चयन हुआ और प्रशिक्षण भी दिलाया गया लेकिन सफल अभ्यर्थियों को अभी तक न तो तैनाती मिली है और न ही वेतन।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने इसी तरह ‘इन्वेस्टर्स समिट’ का भी खूब प्रचार किया, नए रोजगार के दावे किए गए, बड़े-बड़े विज्ञापन छपे, कई एमओयू हुए, मगर जमीन पर एक भी उद्योग नहीं लगा। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के समय जो आईटी हब बना, अमूल प्लांट लगा और सैमसंग ने अपना कारोबार शुरू किया, आज उन्हें ही दिखाकर मुख्यमंत्री योगी अपनी पीठ थपथपा लेते हैं।
भाजपा के शासनकाल में न तो मेडिकल कॉलेज बने, न एम्स चालू हो पाए और न ही नए विश्वविद्यालय बने। इसी का नतीजा है कि नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन हर क्षेत्र में निचले पायदान पर दिखाया गया है।