नई दिल्ली: देशभर में बच्चों से रेप के लगातार बढ़ रहे मामलों पर सुप्रीम कोर्ट सख्त है। सुप्रीम कोर्ट ने इन मामलों में स्वतः संज्ञान लेते हुए पीआईएल रजिस्टर की है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मीडिया में आए दिन बच्चों से हो रही बलात्कार की घटनाओं से आहत होकर सुप्रीम रजिस्ट्री से पूरे देश में 1 जनवरी से अब तक ऐसे मामलों में दर्ज एफआईआर और इन मामलों में की गई कानूनी कार्रवाई के आंकड़े तैयार करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने देश के सभी हाइकोर्ट से आंकड़े मंगाए हैं।
अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक 1 जनवरी से 30 जून तक देशभर में बच्चों से रेप के 24 हजार मुकद्दमे दर्ज किए गए हैं। इस सूची में सबसे ऊपर उत्तर प्रदेश है, जहां करीब 3457 मुकद्दमे दर्ज किए गए हैं। इतना ही नहीं ऐसे मामलों में यूपी पुलिस का निकम्मापन भी सामने आया है। बच्चों से रेप मामले में यूपी पुलिस 50 फीसद ज्यादा यानी 1779 मुकदमों की जांच ही पूरी नहीं हो पाई है। वहीं मध्यप्रदेश में 2389 मामले सामने आए हैं। एमपी की पुलिस 1841 मामलों में जांच पूरी कर चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है। प्रदेश की निचली अदालतों ने 247 मामलों में तो ट्रायल भी पूरा कर लिया है। नगालैंड में बच्चों से रेम मामले में सिर्फ 9 मामले दर्ज हुए हैं।