नई दिल्ली: बंगाल में चल रहे सीबीआई विवाद के बीच पंजाब के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सिद्धू ने कहा कि सीबीआई को ‘कठपुतली’ की तरह बना दिया गया है और लोकतंत्र को ‘डंडा तंत्र’ में बदलने की कोशिश की जा रही है. बता दें, कोलकाता पुलिस कमिश्नर से सीबीआई की पूछताछ की कोशिश के बाद बंगाल की सीएम ममता बनर्जी धरने पर बैठी हैं. ममता बनर्जी ने इसे केंद्र सरकार की साजिश करार दिया है. वहीं की कांग्रेस, राजद और सपा सहित कई विपक्षी दलों का ममता बनर्जी को समर्थन मिला है. इस मामले पर सिद्धू ने कहा, ‘सीबीआई एक स्वतंत्र और स्वायत्त संस्थान है लेकिन आपने (केंद्र ने) इसे कठपुतली बना दिया है. सुप्रीम कोर्ट के चार जजों को बाहर आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस (पिछले साल) करने के लिए किसने प्रेरित किया.
रॉ की हालत देखिए और कैसे सीबीआई चीफ के साथ बर्ताव किया गया जब वह एक सच को सामने लाना चाह रहे थे. लोकतंत्र डंडा तंत्र में बदल गया है.’ ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए सिद्धू ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जो भी हो रहा है, उससे विपक्ष मजबूत होगा. उन्होंने कहा, ‘क्योंकि लोग देख रहे हैं सीबीआई का दुरुपयोग करके आप लोग एक राज्य सरकार का अपमान कर रहे हैं, जिसे लोगों ने वोट देकर चुना है.’बता दें, सीबीआई बनाम कोलकाता पुलिस मामले में ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच रविवार की शाम से जारी राजनीतिक गतिरोध सोमवार को जारी रहा. सीबीआई बनाम कोलकाता पुलिस के मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार से लोहा ले रही ममता बनर्जी को इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों का जबरदस्त समर्थन मिला. ममता बनर्जी अभी मोदी सरकार द्वारा सीबीआई के इस्तेमाल का आरोप लगाकर धरने पर बैठी हैं,
वहीं आज सीबीआई की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. दरअसल, कोलकाता पुलिस के जबरदस्त विरोध और कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ में नाकामयाब रहने के बाद सोमवार को सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिस पर आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की सहमति दी है. सीबीआई ने अर्जी दी है कि सुप्रीम कोर्ट कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को निर्देश दे कि वह जांच में सहयोग करें. गौरतलब है कि रविवार की शाम सीबीआई के कई अधिकारी सारदा चिटफंड घोटाले से संबंधित पूछताछ के लिए राजीव कुमार के घर पहुंचे थे, मगर उन्हें घर में घुसने नहीं दिया गया. कहा जा रहा है कि सीबीआई बिना वारंट के गई थी. इसकी वजह से कोलकाता पुलिस ने सीबीआई को राजीव कुमार से पूछताछ नहीं करने दी.