मास्को: फ्रांस में हो रहे व्यापक प्रदर्शनों को लेकर सफाई देते हुए रूस ने कहा है कि उसका इससे कोई लेना-देना नहीं है और उसके खिलाफ लगाए जा रहे आरोप उसे बदनाम करने के लिए लगाए जा रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय प्रवक्ता दिमित्रि पेशकोव ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘रूस के फ्रांस के प्रदर्शनों में हाथ होने के सभी आरोप रूस को बदनाम करने के लिए लगाए जा रहे हैं। रूस का मानना है कि फ्रांस में जो कुछ हो रहा है वह उसका आंतरिक मामला है।’’पेशकोव ने कहा, ‘‘हम किसी देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करते, इसमें फ्रांस भी शामिल है।’’ उन्होंने कहा कि रूस फ्रांस के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों के विकास को महत्व देता है और दोनों देश इन संबंधों को बेहतरेे बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा और ब्रिटेन के समाचार पत्र ने आशंका जाहिर की थी कि फ्रांस में हो रहे राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों को भड़काने में रूस की भूमिका हो सकती है। फ्रांस के विदेश मंत्री जीन वाइवेस ली ड्रायन ने रविवार को कहा था कि फ्रांस प्रशासन प्रदर्शनों में रूस की भूमिका की जांच करेगा। गौरतलब है कि फ्रांस में 17 नवंबर को पेट्रोल, डीजल की बढ़ी कीमतों, आयकर और अन्य मांगों को लेकर राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन शुरू हुए हुए थे। ‘येलो जैकेट’ पहनकर किये जा रहे इन प्रदर्शनों में अभी तक 2000 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया और 1700 पुलिस हिरासत में हैं।
फ्रांस के प्रदर्शनों में हाथ होने के सभी आरोप रूस को बदनाम करने के लिए लगाए जा रहे
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