मुंबई: ऑस्ट्रेलिया के चुनौतीपूर्ण दौरे पर रवाना होने से पहले भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा कि अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए कटनी-छंटनी खत्म हो गई है और अब टीम प्रबंधन अपने 15 खिलाड़ियों को चुनने पर ध्यान दे रहा है. भारत आगामी आस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट, तीन वनडे और इतने ही टी-20 मैच खेलेगा. शास्त्री ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जाहिर सी बात है कि टेस्ट क्रिकेट अलग है. यह विश्व कप से पहले खेली जाने वाली आखिरी सीरीज होगी. इसलिए पूरा ध्यान इस सीरीज पर होगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान विराट कोहली ने भी खिलाड़ियों को साफ-साफ मैसेज दिया. कोच ने कहा कि यह एक टीम के तौर पर प्रदर्शन करने का सवाल है. हम इस दौरे और फिर विश्व कप-2019 के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. जहां तक वनडे क्रिकेट की बात है हम कोशिश करेंगे की हम उन्हीं 15 खिलाड़ियों के साथ खेलें जो विश्व कप में जाएंगे. शास्त्री ने कहा कि टीम के लिए कटनी छंटनी खत्म, ग्रेस पीरियड खत्म. यह समय अब ध्यान देने, एक ईकाई के तौर पर खेलने का है. उम्मीद है कि कोई खिलाड़ी चोटिल नहीं होगा, नहीं तो हमें किसी और को ढूंढ़ना पड़ेगा.
मुख्य कोच ने अपने खिलाड़ियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें अपने खेल की जिम्मेदारी लेनी होगी और मुश्किल स्थितियों पर आगे आना होगा. रवि शास्त्री के बयान का मतलब साफ है कि इस रणजी ट्रॉफी में खेल रहे टीम इंडिया के पूर्व सदस्यों आतिशी युवराज सिंह और सुरेश रैना सहित कई खिलाड़ियों के विश्व कप में खेलने की उम्मीदें पूरी तरह खत्म हो गई हैं. साथ ही, यह भी जारी घरेलू सत्र में बेहतर करने वाले खिलाड़ियों को विश्व कप के लिए शायद ही जगह मिले. वैसे एक तरह से टीम सही दिशा में जाती दिख रही है.
जो वर्तमान में टीम इंडिया के युवा सदस्य हैं, उन्हें ही पर्याप्त मौके नहीं मिल पा रहे हैं. हाल ही में टीम मैनेजमेंट ने ऋषभ पंत को भारत के लिए ज्यादा अनुभव दिलाने के लिए धोनी जैसे दिग्गज को टी-20 टीम से ड्ऱॉप कर दिया. अब जबकि विश्व कप से पहले टीम इंडिया के पास सीमित मैच हैं, तो जाहिर है कि मैनेजमेंट टीम के 15 या 16 खिलाड़ियों को लेकर अपना चुनाव पुख्ता करना चाहेगा.