शिमला: प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति में खास जगह मिलने से हिमाचल के कांग्रेसी चहक उठे हैं। प्रदेश कांग्रेस के उन नेताओं के दिन भी फिरेंगे, जो प्रियंका के करीबी माने जाते हैं। उनका कांग्रेस में कद बढ़ सकता है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी से एआईसीसी महासचिव प्रियंका वाड्रा का विशेष लगाव रहा है। उन्होंने एक दशक से अधिक समय के परिश्रम से शिमला के छराबड़ा में नया घर बनाया है। इसे बनाने में उन्होंने इतनी दिलचस्पी ली कि कुछ साल पहले दो मंजिलें बना देने के बाद इसे गिरा तक दिया। इसे बनाए जाने के बीच उन्होंने शिमला के दर्जनों चक्कर लगाए। इसकी एक-एक ईंट अपनी मर्जी से लगाई। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी यहां बीच-बीच में ठहराव के बीच पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने की रणनीति बना सकती है। हालांकि प्रियंका अभी तक कांग्रेस की सक्रिय राजनीति से दूर रही है और प्रदेश में भी गिनती के राजनीतिक लोगों से मिलती थीं,
परंतु अब उनको हाईकमान ने पार्टी में अहम जिम्मेवारी सौंपी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के इस फैसले से प्रदेश कांग्रेस के नेता गदगद हैं। जब भी प्रियंका शिमला आती थीं, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची और उनके बेटे युकां नेता मनजीत खाची उनके साथ ही निर्माणाधीन मकान पर ही होते थे। इन नेताओं का भी कांग्रेस पार्टी में कद ऊं चा हो सकता है। अभी हाल ही में तीन राज्यों के चुनाव के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका वाड्रा और उनके बच्चों के साथ शिमला आए थे। राहुल गांधी ने भी इस दौरान प्रियंका वाड्रा के छराबड़ा स्थित नए आशियाना का जायजा भी लिया था। इस दौरान पूर्व मंत्री विद्या स्टोक्स ने राहुल गांधी से खासतौर पर मुलाकात की थी। हालांकि राहुल और प्रियंका का यह निजी दौरा था और पार्टी के किसी भी नेता और पदाधिकारी से इन दोनों ने दूरी बनाकर रखी थी। सोनिया गांधी भी बेटी प्रियंका के साथ यहां कई बार आ चुकी हैं।